नई दिल्ली। पात्रा चॉल घोटाला मामले में आरोपों में घिरे शिवसेना नेता संजय राउत की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। संजय राउत अब मुश्किलों के जाल में बुरी तरह फंस चुके हैं। हालांकि, वे इससे बाहर निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अफसोस इस दिशा में उन्हें किसी भी प्रकार की कामयाबी नहीं मिल रही है। बता दें कि आज उन्होंने जमानत के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन उनकी याचिका पर सुनवाई ही नहीं हो पाई और ऊपर से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में अलग से भेज दिया गया। अब आगामी 21 सितंबर को कोर्ट उनकी याचिका पर सुनवाई करेगा।
बता दें कि बीते दिनों ईडी ने संजय राउत के खिलाफ कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राउत को 31 जुलाई को पात्रा चॉल घोटाला मामले में गिरफ्तार किया गया था। राउत ने अपनी गिरफ्तारी को बीजेपी की साजिश करार दिया था। इस बीच राउत सलाखों के पीछे से बाहर आने की लगातार कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें इस दिशा में कोई कामयाबी नहीं मिल पाई है। आइए, आगे पात्रा चॉल घोटाला मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Patra Chawl land scam case | Shiv Sena MP Sanjay Raut’s judicial custody extended by 14-days. Hearing in his bail plea to now be held on Wednesday, 21st September.
Chargesheet copy handed by ED officers to Sanjay Raut, following Court’s directive pic.twitter.com/LT15tMTVxd
— ANI (@ANI) September 19, 2022
जानिए क्या है पात्रा चॉल घोटाला
आपको बता दें कि पात्रा चॉल घोटाला की शुरुआत साल 2007 में हुई थी, जब संजय राउत पर आरोप लगा था कि उन्होंने म्हाडा के साथ गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और एचडीआईएल (हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) की मिलीभगत से इस घोटाले को अंजाम दिया है। राउत पर आरोप है कि उन्होंने 1034 करोड़ रुपए का घोटाला किया है। इस मामले में प्रवीन राउत भी शामिल है, जिन्हें अब पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। बहरहाल, अब इस पूरे मामले में संजय राउत के खिलाफ आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम