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Madhya Pradesh: सरस्वती शिशु मंदिर पर विवादित बयान देकर बुरे फंसे दिग्विजय, बाल आयोग ने DGP को लिखा खत, हो सकती कार्रवाई!

Saraswati Shishu Mandir row: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मध्य प्रदेश के डीजीपी को चिट्ठी लिखकर मामले की जांच करने के लिए कहा है। आयोग ने मध्य प्रदेश के डीजीपी को लिखी गयी चिट्ठी में कहा है कि दिग्विजय सिंह का कमेंट आईपीसी और जूविनाइल जस्टिस एक्ट के नियमों का उल्लंघन करता है लिहाजा दिग्विजय सिंह के इस बयान की जांच होनी चाहिए।

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरे रहते हैं। एक बार फिर दिग्विजय सिंह अपने एक बयान को लेकर फंसते नजर आ रहे हैं। दरअसल एक कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा है कि बीजेपी और आरएसएस के सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों के मन में बचपन से ही नफरत का बीज बो दिया जाता है तो आगे चलकर संप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता है। अब दिग्विजय सिंह के इस बयान पर शिशु मंदिर में पढ़ने वाले छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है। शिशु मंदिर में पढ़ने वाले छात्रों ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो से शिकायत दर्ज करवाई है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने अध्यक्ष प्रियंक क़ानूनगो ने शिकायत को संज्ञान में लेते हुए दिग्विजय सिंह को नोटिस भेज दिया और कहा है कि वो कथित विवादित टिप्पणी पर 3 दिनों के अंदर अपना पक्ष आयोग के सामने रख सकते हैं।

digvijay singh

इतना ही नहीं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मध्य प्रदेश के डीजीपी को चिट्ठी लिखकर मामले की जांच करने के लिए कहा है। आयोग ने मध्य प्रदेश के डीजीपी को लिखी गयी चिट्ठी में कहा है कि दिग्विजय सिंह का कमेंट आईपीसी और जूविनाइल जस्टिस एक्ट के नियमों का उल्लंघन करता है लिहाजा दिग्विजय सिंह के इस बयान की जांच होनी चाहिए। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने डीजीपी से सात दिनों के भीतर जवाब देने के लिए भी कहा है।

सरस्वती शिशु मंदिर के स्कूलों पर दिग्विजय सिंह के बयान पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर की प्रतिक्रिया सामने आई है। कौशल किशोर ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए कहा कि, दिग्विजय सिंह कब क्या बोल दें कहा नहीं जा सकता। उनके विवादित बयान बहुत ज़्यादा रहते हैं। ऐसे बयान देकर वे खुद को चर्चित करने का प्रयास करते हैं। DGP जो निर्णय लेंगे वो किया जाएगा।

वहीं मध्य प्रदेश के बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्विजय सिंह के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, “ दिग्विजय सिंह जी, आतंकवादी ओसामा के नाम के साथ ‘जी’ लगाना, आतंकी जाकिर नाईक को ‘शांतिदूत’ बताना,बटाला हॉउस एनकाउंटर को झूठा बोलकर इंस्पेक्टर मोहन शर्मा की शहादत को अपमानित करना,सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगना,ये सब कांग्रेस की किस पाठशाला में पढाया जाता है? देश जानना चाहता है।”