नई दिल्ली। साल 2047….ये साल महज आपके लिए आने वाला साल हो सकता है….लेकिन शायद आपको ये जान कर हैरानी होगा कि कोई था, जिसके लिए ये महज एक आगामी वर्ष नहीं था, बल्कि मिशन था और वो मिशन था, भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने का। इस मिशन को पूरा करने के लिए कई प्रयास किए गए थे। पटना में बाकायदा एक टेरर मॉड्यूल शुरू किया गया था। जिसके अंतर्गत मुस्लिम युवाओं को बहला-फुसलाकर उन्हें आतंक का पाठ पढ़ाया जाता था और यह सब कुछ एनजीओ की आड़ में किया जाता था, ताकि किसी को भी कानों कान खबर ना हो। लेकिन, ध्यान रहे कि बीते दिनों पटना पुलिस इस टेरर माड्यूल का भंडाफोड़ कर दिया और उन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन्होंने भारत को इस्लामिक राष्ट्र में तब्दील करने का पूरा खाका अपने जेहन में खींच लिया था।
इतना ही नहीं, इस पूर मामले में पाकिस्तान का कनेक्शन भी सामने आया था और अब तो इसमें पीएफआई का कनेक्शन भी सामने आने की बात कही जा रही है। उधर, इस पूरे मामले में बड़ी अपडेट सामने आई है। दरअसल, अब इस पूरे मामले की जांच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए को सौंप दी है। एनआईए अब इस मामले में पीएफआई कनेक्शन की भी जांच करेगी। यही नहीं, अब तो इस मामले में तीस्ता शीतलवाड़ का भी कनेक्शन सामने आया है, जिसमें इस पूरे मामले को बेहद ही विचित्र स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है। ऐसे में देखना होगा कि जांच मुकम्मल होने के बाद उपरोक्त मामले में क्या कुछ सच्चाई निकलकर सामने आती है।
पटना पुलिस की जांच में सामने आया है कि पटना टेरर मॉड्यूल के तहत मुस्लिम युवाओं को बहला फुसलाकर उन्हें आतंक का पाठ पढ़ाया जाता है। फिलहाल, अब एनआईए इस पूरे मामले की जांच अपने कांधे पर ले चुकी है। ऐसे में देखना होगा कि क्या कुछ सच्चाई निकलकर सामने आती है। यह देखने वाली बात होगी।