नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर देश में इस वक्त इमरजेंसी जैसे हालात बने हुए हैं, देश के अधिकतर राज्यों में स्कूल कॉलेज बंद किये गए हैं। इसके आलावा सिनेमाघर से लेकर जिम तक को बंद किया गया है। बिहार में भी कोरोना वायरस अपना दम दिखा रहा है। कोरोनावायरस से बचाव के प्रति सतर्कता के प्रयासों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि इसे लेकर दहशत नहीं फैलाई जाए।
उन्होंने विधानसभा में लोगों से सतर्क रहने की अपील की और डीजीपी और मुख्य सचिव को सभी जिलों से धारा 144 को तत्काल हटाने का निर्देश दिया। विधानसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा कि इससे राज्य में बेवजह दहशत का माहौल बन रहा है। जो कि कोरोना के बीच पैनिक की स्थिति पैदा कर सकता है।
डरिये मत, बिहार की सरकार आपके साथ है
बिहार विधानसभा मुख्यमंत्री में नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना से बीमार मरीज की हर एक जांच और इलाज का खर्चा राज्य सरकार उठाएगी इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी मरीज की मृत्यु हो जाती है तो बिहार सरकार चार लाख रुपये का मुआवजा देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वायरस को लेकर सरकार पूरी तरह से सचेत है और लोगों को इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है।
बता दें कोरोना अधिकतर कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले शरीर पर हमला करता है मगर फिर भी लगभग हर उम्र के लोगों के अंदर इसको लेकर एक डर देखने को मिल रहा है। हर कोई कोरोना को लेकर एकदम सतर्क है। लेकिन अब भारत में कोरोनावायरस से प्रभावित कुछ लोगों के ठीक होने से उम्मीद की किरण भी दिखाई दे रही है। दिल्ली में कोरोना वायरस का पहला मरीज ठीक हो गया है।
इसको देखते हुए नीतीश कुमार ने कहा है कि कोरोना वायरस को लेकर जितना भय फैलाया जा रहा है वो ठीक नहीं है और कोरोनावायरस को पैनिक ना बनायें तो बेहतर रहेगा।
इसके आलावा विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे सीएम नीतीश ने सदन में मास्क बांटे जाने पर आपत्ति जताई और उन्होंने मास्क बांटने वालों की जमकर खबर ली।