नई दिल्ली। अल्पसंख्यक मंत्रालय में घोटाले की खबर सामने आई है। इसकी जांच अब सीबीआई को सौंप दी गई है। यह घोटाला यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान हुआ था। इसे लेकर अब सियासी तड़का भी लगाया जा रहा है। दरअसल, स्कॉलरशिप स्कीम में बड़ा गोलमाल किए जाने की खबर है। मंत्रालय द्वारा इसे संज्ञान में लेने के बाद 34 जिलों पर जांच की गाज गिर सकती है। आइए, आगे कि रिपोर्ट में जानते हैं कि आखिर ये पूरा घोटाला क्या है?
#BreakingNow: स्कॉलरशिप घोटाले पर बड़ी कार्रवाई.. अल्पसंख्यक मंत्रालय ने CBI को जांच सौंपी- सूत्र
◆ #UPA के कार्यकाल में 830 संस्थानों में 144.83 करोड़ का हुआ था स्कॉलरशिप घोटाला#CBI #ScholarshipScam pic.twitter.com/qQZjHJtGio
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) August 19, 2023
दरअसल, 1,572 संस्थानों में 830 संस्थान फर्जी मिले हैं। हालांकि, यह हाल सिर्फ 21 जिलों का है। अब तक 34 फीसद अभ्यर्थी फर्जी पाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले पांच सालों में 830 संस्थानों में 144 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। उधर, मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि 1,80,000 संस्थानों को छात्रवृत्ति की राशि वितरित की गई थी। बहरहाल, अब आगामी दिनों में जांच के बाद सीबीआई की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
गौरतलब है कि अल्पसंख्यक मंत्रालय की ओर से पहली कक्षा से लेकर उच्च कक्षाओं तक के लिए विधार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। स्कॉलरशिप योजना की शुरुआत 2007-2008 में हुई थी। अब अनुमान जताया जा रहा है कि जांच संपन्न होने के बाद घोटाले की रकम करोड़ों रुपए तक हो सकती है। वहीं, अगर इस पूरे मसले को लेकर सियासी मोर्चे पर आई लोगों की प्रतिक्रियाओं की बात करें, तो अभी तक इस पर बीजेपी की ओर से कोई रिएक्शन सामने आया है।