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PFI: प्रतिबंधित इस्लामी संगठन पीएफआई के बारे में सनसनीखेज खुलासा, किलर स्क्वॉड बनाकर करवाई हत्याएं
एनआईए ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि पीएफआई साल 2047 तक भारत में इस्लामी शासन के एजेंडे को आगे बढ़ा रहा था। डर का माहौल बनाकर इस साजिश को अंजाम देने की तैयारी थी। इसी वजह से प्रवीण नेट्टारू को निशाना बनाया गया। चार्जशीट में एनआईए ने पीएफआई के 20 लोगों के नाम दिए हैं।
बेंगलुरु। प्रतिबंधित इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के बारे में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कर्नाटक में बीजेपी नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या के मामले में शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में एनआईए ने सबूत दिए हैं कि पीएफआई देश में इस्लामी शासन लागू करने के लिए अपने एजेंडे पर काम कर रहा था। उसने इसके लिए डर का माहौल बनाना चाहा। जिसके तहत प्रवीण नेट्टारू की हत्या की गई। एनआईए की चार्जशीट के मुताबिक पीएफआई ने ‘किलर स्क्वॉड’ या सर्विस टीम भी बनाई थी। इस टीम का काम टारगेट किलिंग करना था।
एनआईए ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि पीएफआई साल 2047 तक भारत में इस्लामी शासन के एजेंडे को आगे बढ़ा रहा था। डर का माहौल बनाकर इस साजिश को अंजाम देने की तैयारी थी। इसी वजह से प्रवीण नेट्टारू को निशाना बनाया गया। चार्जशीट में एनआईए ने पीएफआई के 20 लोगों के नाम दिए हैं। इनमें से 5 फिलहाल फरार हैं। इनकी तलाश एनआईए कर रही है। चार्जशीट के मुताबिक पीएफआई ने किलर स्क्वॉड के लोगों को दुश्मनों की पहचान और हत्या की ट्रेनिंग भी दी। पीएफआई के वरिष्ठ नेताओं के निर्देश पर ये टीम काम करती थी। पीएफआई ने किलर स्क्वॉड को हथियारों से भी लैस किया था। बेंगलुरु शहर और बेल्लारी गांव के सुलिया कस्बे में पीएफआई के नेताओं की कई बैठक हुई थी। जिसमें सारी साजिश रची गई।
कर्नाटक बीजेपी के युवा नेता प्रवीण नेट्टारू की फाइल फोटो।
प्रवीण नेट्टारू की हत्या 26 जुलाई 2022 को सरेआम की गई थी। ताकि डर का माहौल बन सके। एनआईए की चार्जशीट में मोहम्मद शिया, अब्दुल बशीर रियाज, मुस्तफा पाइचर, मसूद केए, कोदजे मोहम्मद शरीफ, अबुबकर सिद्दीक, नोउफल एम, इस्माइल शफी, मोहम्मद इकबाल, शाहीद एम, महम्मद शफीक, उमर फारुख, अब्दुल कबीर, मुहम्मद इब्राहिम, सैनुल आबिद वाई, शेख सद्दाम हुसैन, जाकिर ए, एन. अब्दुल हारिश और तुफैल एमएच का नाम है। इनमें से मुस्तफा पाइचर, मसूद केए, कोदजे मोहम्मद शरीफ, अबुबकर सिद्दीक, उमर फारुख एमआर और तुफैल एमएच फरार हैं।