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Sharad Pawar: ‘पॉवर में रहेंगे शरद पवार, NCP की कमेटी मीटिंग में इस्तीफ़ा किया ख़ारिज

Sharad Pawar:2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ज्यादातर NDA विरोधी दल विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं। इनमें शरद पवार की महत्वपूर्ण भूमिका है, जिसके चलते ही गुरूवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पवार से इस्तीफे वापस लेने का अनुरोध किया था। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने भी शरद पवार के इस्तीफे के फैसले पर गुरुवार को पार्टी दफ्तर के बाहर नारेबाजी की थी।

मुंबई। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के भविष्य पर तलवार लटक रही है। विपक्षी एकता की हुंकार भर रहे एनसीपी चीफ शरद पवार ने बीते दिनों जब पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया तो महाराष्ट्र में सियासी बवाल मच गया। लेकिन इसके बाद अब शरद पवार के बाद अगले नए अध्यक्ष को चुनने के लिए शुक्रवार को 15 सदस्यीय कमेटी की बैठक हो रही है। इसमें तमाम बातों के बीच एक बड़ी खबर ये सामने आई है कि कमेटी ने शरद पवार के इस्तीफे को ख़ारिज कर दिया है। कार्यकर्ताओं ने शरद पवार के इस्तीफे का पुरजोर विरोध किया जिसके चलते पार्टी की बैठक में इस फैसले को सिरे से नकार दिया है कि शरद पवार अध्यक्ष पद को छोड़ें। इससे पहले गुरूवार को शरद पवार के फैसले के खिलाफ हजारों कार्यकर्ताओं ने पार्टी के मुख्यालय पहुंच उनसे मीटिंग की थी। एनसीपी ऑफिस के बाहर अभी भी हजारों की संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता शरद पवार के इस्तीफे का विरोध कर रहे हैं। भारी भीड़ वहां मौजूद है।

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जानकारी के लिए आपको बता दें कि इससे पहले NCP के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रास्टो ने ये जानकारी दी थी कि पार्टी की बैठक में पार्टी के सीनियर लीडर प्रफुल्ल पटेल शरद पवार के इस्तीफे को नामंजूर करने के लिए एक प्रस्ताव पेश करने जा रहे हैं, इसके जरिए पार्टी की कमेटी शरद पवार से अपने इस्तीफ़ा वापस लेने का अनुरोध करेगी। इसके आलावा अगर बात करें शरद पवार के रुख की तो उन्होंने भी ये स्पष्ट किया है कि पार्टी जो भी फैसला करती है वो उसे बिल्कुल स्वीकार करेंगे।

गौर करने वाली बात ये है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ज्यादातर NDA विरोधी दल विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं। इनमें शरद पवार की महत्वपूर्ण भूमिका है, जिसके चलते ही गुरूवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पवार से इस्तीफे वापस लेने का अनुरोध किया था। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने भी शरद पवार के इस्तीफे के फैसले पर गुरुवार को पार्टी दफ्तर के बाहर नारेबाजी की थी।