नई दिल्ली। अगर आप सोशल मीडिया की दुनिया में सक्रिय रहने में थोड़ी-सी भी दिलचस्पी रखतें हैं, तो कल आपने एक वीडियो तो जरूर ही देखा होगा, जहां शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल अपने क्षेत्र की सड़कों की तुलना अभिनेता व बीजेपी सांसद हेमा मालिनी के गालों से करते हुए नजर आ रहे हैं। पूरे दावे के साथ कह रहे हैं कि अगर उनके क्षेत्र की सड़कें अभिनेत्री के गालों सरीखी नहीं हुई तो वे अभी इसी वक्त इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने यह सब कुछ एक बैठक में कहा था, जहां अन्य सांसद और विधायकों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी। यह बैठक कुछ माह बाद महाराष्ट्र में नगर निकाय चुनाव के संदर्भ में आयोजित की गई थी, जिसमें कई नेताओं ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी। वहीं, गुलाबराव पाटिल द्वारा दिए गए इस बयान के बाद सियासी पारा अपने चरम पर पहुंच गया है। किसी ने उनके बयान की आलोचना की, तो किसी ने समर्थन, लेकिन इस रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि खुद अभिनेत्री हेमा मालिनी ने उनके इस बयान पर क्या प्रतिक्रया दी।
हेमा मालिनी ने शिवसेना नेता व सांसद गुलाबराव पाटिल के बयान पर कहा कि इस तरह की तुलना पहले भी की जा चुकी है। कई साल पहले इसकी शुरूआत लालू प्रसाद यादव ने की थी, जिसके बाद कई लोग ऐसा करते आ रहे हैं, लेकिन अगर इस तरह की तुलना आम जनता करें तो ठीक है, लेकिन कोई सांसद या विधायक पद पर विराजमान व्यक्ति इस तरह की तुलना करने लग जाए, तो इसे उचित करार नहीं दिया जा सकता है।
#WATCH ये ट्रेंड कुछ साल पहले लालू जी ने शुरू किया था इसलिए सब लोगों ने इसे इस्तेमाल किया। अगर सामान्य लोग ऐसा बोले तो समझ आता है लेकिन अगर संसद के सदस्य ऐसा बोले तो ये ठीक नहीं है: महाराष्ट्र मंत्री गुलाबराव पाटिल के सड़कों की तुलना हेमा मालिनी के गाल से करने पर हेमा मालिनी, BJP pic.twitter.com/vU9IpXv6Xc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 20, 2021
अभिनेत्री ने यह भी कहा कि एक सांसद को इस तरह का बयान देना शोभा नहीं देता है। वहीं, गुलाबराव पाटिल के इस बयान पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने बयान जारी कर कहा कि, अभिनेत्री के गालों की तुलना करना उनके लिए सम्मान की बात है।
इसे नकारात्मकता से नहीं देखें। कुछ साल पहले लालू प्रसाद यादव ने भी उनके गाल का उदारहण दिया था, जिसमें उन्होंने हेमा मालिनी के बारे में कहा था कि इसे अलग तरीके से देखने से बचा जाए। हम अभिनेत्री का बेहद ही सम्मान करते हैं। वहीं, शिवसेना सांसद के उक्त बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए इस पूरे माजरे को अपने संज्ञान में लिया था, जिसके बाद उन्होंने माफी मांग ली थी। इससे पहले राजस्थान के एक मंत्री ने हेमा मालिनी का गालों का उदारहण दिया था। लेकिन इस तरह के बयानों के बाद से लगतार ऐसे बायनों की बुद्धमत्ता पर अक्सर सवाल उठाए जाते रहे हैं।