नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का कार्यक्रम बताने पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कांग्रेस की क्लास लगाई है। कामेश्वर चौपाल ने कहा, “1949 में राम की मूर्ति सामने आई और कांग्रेस की सरकार थी। कोई भी नेहरू (तत्कालीन पीएम जवाहर लाल नेहरू) के खिलाफ़ खड़ा होने की स्थिति में नहीं था। क्यों नहीं उस अवसर का लाभ उठाया? अगर भव्य राम मंदिर बनाया होता, तो भाजपा को इसके बारे में कुछ भी बोलने की आवश्यकता नहीं होती…1949 में तो भाजपा का जन्म भी नहीं हुआ था…उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया? ये जो पीठ ठोकते हुए कहते है कांग्रेस खुद की सराहना करती है कि 1986 फरवरी में ताला खुलवा दिया…अयोध्या आते और भव्य राम मंदिर बना सकते थे और सारा श्रेय ले सकते थे।”
आगे कामेश्वर चौपाल ने कहा, ”राहुल गांधी और कांग्रेस भारत की आत्मा को नहीं समझ सकते… गांधी जी जानते थे कि राम, कृष्ण और शंकर भारत की आत्मा थे…और ये तीनों भारत के अंदर ऐसे नायक है जिनके बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। आज कांग्रेस कोर्ट में कहती है कि राम काल्पनिक हैं… वे (राम मंदिर में) कैसे आ सकते हैं?…इसलिए वो नहीं आ रहे है…वो कौन सा मुंह दिखाएंगे। भारत के अंदर में राम के खिलाफ कुछ नहीं टिका…ये लोग भी टिक नहीं पाएंगे।”
#WATCH | Ayodhya, Uttar Pradesh: On opposition calling the Pran Pratishtha a BJP event, Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra trust member Kameshwar Chaupal says, “In 1949, the Ram Idol surfaced and the Congress was in government. No one could stand against Nehru. Why did they not… pic.twitter.com/KT0sQ1NUMI
— ANI (@ANI) January 17, 2024
ज्ञात हो कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने से इंकार कर दिया। उन्होंने 22 जनवरी को भाजपा और RSS का कार्यक्रम बता दिया। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने इस समारोह से दूरी बना ली थी।
#WATCH कोहिमा, नागालैंड: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “22 जनवरी का जो कार्यक्रम है वो राजनीतिक कार्यक्रम बन गया है…भाजपा और RSS ने 22 तारीख को एक चुनावी फ्लेवर दे दिया है और इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष ने वहां जाने से इंकार कर दिया…” pic.twitter.com/ODTs1xMAgG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 16, 2024