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Corona Vaccine: भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए सिंगल डोज़ Sputnik Light कोरोना वैक्सीन को मिली मंज़ूरी

Corona Vaccine: एक खबर ये भी आ रही है कि कोरोना संकट और वैक्सीन की कमी से जूझ रहे भारत ने रूस की सिंगल डोज़ कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक लाइट को देश में इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाज़त दे दी है। सरकार के इस फैसले से देश में चल रहे कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को और गति मिलेगी।

नई दिल्ली। कोरोना संकट से जूझ रहे भारत को लगातार इससे बाहर निकलने के लिए जतन करना पड़ रहा है। देश लगातार कोरोना के बढ़े मामलों की वजह से स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर त्राहिमाम की स्थिति में है। ऐसे में भारत की तरफ से लगातार दवाओं और कई और चीजों को आपात मंजूरी दी जा रही है। रूस की तरफ से कल ही ऐलान किया गया था कि स्पूतनिक-वी की तरह ही उसकी तरफ से एक और कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी गई है। इस वैक्सीन के बारे में रूस की तरफ से दावा किया गया है कि इस वैक्सीन का सिंगल डोज ही इस्तेमाल किया जाना है। इसके साथ ही यह भी दावा किया गया इस वैक्सीन की सिंगल डोज ही 80% तक प्रभावी होगा।

SPUTINK-V

अब इसके साथ ही एक खबर ये भी आ रही है कि कोरोना संकट और वैक्सीन की कमी से जूझ रहे भारत ने रूस की सिंगल डोज़ कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक लाइट को देश में इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाज़त दे दी है। सरकार के इस फैसले से देश में चल रहे कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को और गति मिलेगी। रूस ने अपने टीके स्पूतनिक-वी की सिंगल डोज़ वाले संस्करण स्पुतनिक लाइट को गुरुवार को यह तर्क देते हुए नियामक मंजूरी प्रदान कर दी कि इस कदम से कोरोना वायरस के खिलाफ सामूहिक प्रतिरक्षा प्राप्त करने की प्रक्रिया में तेजी आ सकती है।

रूस ने Sputnik Light कोविड वैक्सीन की सिंगल-डोज को दी मंजूरी, बताया 80 फीसदी तक है असरदार

कोरोनावायरस के प्रसार के साथ सबसे पहले रूस ने Sputnik-V वैक्सीन को अपने देश में मंजूरी प्रदान की। हालांकि इसको लेकर कई देशों ने सवाल उठाया कि बिना ट्रायल पूरा किए ही इस वैक्सीन को मंजूरी प्रदान कर दी गई। इसके बाद इस वैक्सीन को कई देशों ने अपने यहां भी आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी। हाल ही में भारत में भी Sputnik-v के आपात इस्तेमाल को मंजूरी प्रदान की गई है। लेकिन अब रूस ने इस दो डोज वैक्सीन की जगह पर सिंगल डोज Sputnik Light कोविड वैक्सीन को मंजूरी प्रदान की है। रूस का दावा है कि इस वैक्सीन की सिंगल डोज लोगों को 80 फीसदी तक सुरक्षा प्रदान कर रही है।

SPUTINK-V

इस मंजूरी पर मुहर लगाने की बात के बारे में बताते हुए वैक्सीन निर्माताओं ने कहा कि रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने वैक्सीन को बनाने के लिए वित्तीय तौर पर मदद की थी।


आरडीआईएफ ने अपनी ओर से जारी बयान में कहा कि स्पूतनिक लाइट कोरोनावायरस के प्रभाव से बचाव में 79.4 फीसदी तक प्रभावी है। जबकि स्पूतनिक वी को लेकर दावा किया गया था कि इसकी दो डोज 91.6 फीसदी तक कोरोना के खिलाफ प्रभावी है।


स्पूतनिक वी के डबल डोज टीके को पहले ही 64 देशों ने अपने यहां आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। जिसके कारण अब 3.2 बिलियन लोगों को इन देशों में टीके का फायदा मिल पाएगा।


वहीं अब स्पूतनिक लाइट के बारे में बताया जा रहा है कि यह कोरोना के हर वैरिएंट के खिलाफ काम कर सकता है और साथ ही दावा किया जा रहा है कि इसके प्रभाव आने वाले म्यूटेंट के खिलाफ भी लोगों को सुरक्षा देने में कामयाब रहेंगे। रूस सरकार की तरफ से कहा गया है कि अब इस वैक्सीन के इस्तेमाल से कोरोना से आजादी तो मिलेगी ही। यह आसानी से एक-जगह से दूसरे जगह तक ट्रांसपोर्ट भी किया जा सकता है।

Corona संकट के बीच खुशखबरी, DCGI ने दी रूस की स्पूतनिक V वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी
देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1,61,736 नए मामले सामने आए है। जिसके बाद कुल मामलों की संख्या 1,36,89,453 हो गई है। वहीं 879 मरीजों की मौत के बाद कुल मृतकों की संख्या 1,71,058 हो गई है। वहीं अब एक्टिव केस 12,64,698 हैं। पिछले 24 घंटों में कुल 97,168 मरीज ठीक हुए हैं, इसके साथ ही अब तक ठीक हुए कुल मरीजों की संख्या 1,22,53,697 हो गई है। इस बीच कोरोना महामारी से जूझ रहे देश के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है।

दरअसल मंगलवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने रूस की स्पूतनिक-V वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दे दी है। बता दें कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बाद स्पुतनिक वी तीसरी वैक्सीन जिसके इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसके साथ रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-V को मंजूरी देने भारत वाला 60वां देश बना गया है।

खबरों के मुताबिक जल्द ही इसे लोगों तक पहुंचाया जाएगा। शुरुआत में इसे रूस से आयात किया जाएगा लेकिन आने वाले समय में देश में ही इसका उत्पादन किया जाएगा।