SKM Against Agneepath: कृषि कानूनों के बाद अब अग्निपथ योजना के खिलाफ भी किसान नेता, आंदोलन का किया एलान

कृषि कानूनों का एक साल तक विरोध करने के बाद अब संयुक्त किसान मोर्चा SKM सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध करने वाला है। मोर्चा के नेता और स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने इसका एलान किया। मोर्चा के मुताबिक ये योजना विनाशकारी है।

Avatar Written by: August 7, 2022 7:48 am
skm leaders yogendra yadav and rakesh tikait

नई दिल्ली। कृषि कानूनों का एक साल तक विरोध करने के बाद अब संयुक्त किसान मोर्चा SKM सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध करने वाला है। मोर्चा के नेता और स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने इसका एलान किया। उन्होंने कहा कि रविवार से एसकेएम इस योजना के खिलाफ देशव्यापी अभियान शुरू करने जा रहा है। इसके तहत पहले चरण में 14 अगस्त तक कई जगह ‘जय जवान, जय किसान’ सम्मेलन होगा। योगेंद्र यादव ने कहा कि हम इस अभियान के जरिए लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और संवैधानिक साधनों का इस्तेमाल कर केंद्र सरकार को अग्निपथ योजना वापस लेने के लिए मजबूर करेंगे।

Farmers Meeting

उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना विनाशकारी है। अगर कृषि कानून सख्त थे, तो ये योजना विनाश लाएगी। संकट के वक्त इस योजना से हमारे किसानों और सैनिकों के साथ देश की रीढ़ भी टूटने का खतरा है। योगेंद्र यादव ने बताया कि आज हरियाणा के जींद, यूपी के मथुरा और कोलकाता में कुछ कार्यक्रम रखे गए हैं। इसके बाद 9 अगस्त को हरियाणा के रेवाड़ी और यूपी के मुजफ्फरनगर में प्रोग्राम होंगे। 10 अगस्त को मध्य प्रदेश के इंदौर और यूपी के मेरठ और 11 अगस्त को पटना में कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने मांग की कि अग्निपथ योजना को वापस लेकर नियमित और स्थायी भर्ती की पुरानी व्यवस्था बहाल की जानी चाहिए।

army

बता दें कि सरकार ने बीते 14 जून को सेना के तीनों अंगों के लिए अग्निपथ योजना का एलान किया था। इसके तहत सेना में 4 साल के लिए जवानों को भर्ती किया जाएगा। इनमें से 25 फीसदी को आगे बनाए रखा जाएगा। जबकि, 75 फीसदी को रिटायर कर दिया जाएगा। रिटायर होने पर करीब 12 लाख रुपए हर जवान को मिलेंगे। इन्हें अग्निवीर कहा जाएगा। अग्निवीरों को रिटायर होने पर कोई पेंशन वगैरा नहीं दी जाएगी। इस साल सितंबर से अग्निवीरों की ट्रेनिंग होनी है। अब तक सेना, नौसेना और वायुसेना में लाखों अग्निवीरों ने आवेदन किया है।