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Uttar Pradesh:  सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य, फिर भी कोरोना के मामले में कई राज्यों से बेहतर हालात

Uttar Pradesh:  उत्तर प्रदेश से काफी कम आबादी होने के बावजूद पॉजिटिव केसों की संख्या कई राज्यों में काफी ज्यादा है और टेस्टिंग भी कम की गई है। जबकि देश में सबसे अधिक टेस्टिंग करने के बावजूद उत्तर प्रदेश में न सिर्फ संक्रमण कम है,  बल्कि पॉजिटिव केसों की संख्या भी कम है।

लखनऊ। महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे सुविधा संपन्न राज्यों से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उत्तर प्रदेश की स्थिति काफी बेहतर है। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश से काफी कम आबादी होने के बावजूद पॉजिटिव केसों की संख्या ज्यादा है और टेस्टिंग भी कम की गई हैं। जबकि देश में सबसे अधिक टेस्टिंग करने के बावजूद उत्तर प्रदेश में न सिर्फ संक्रमण कम है, बल्कि पॉजिटिव केसों की संख्या भी कम है।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की तुलना में उत्तर प्रदेश में पॉजिटिव केसों की संख्या मात्र 08.78 लाख है। वहीं, महाराष्ट्र में 38.98 लाख, केरल में 12.53 लाख और कर्नाटक में 11.76 लाख पॉजिटिव केस हैं। जबकि तमिलनाडु में 10.02 लाख और आंध्र प्रदेश में 09.68 लाख पॉजिटिव केस हैं। अगर इन राज्यों की आबादी पर गौर किया जाए, तो यहां उत्तर प्रदेश के हिसाब से काफी कम आबादी है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश कोरोना की लड़ाई तेजी से लड़ रहा है।

उत्तर प्रदेश आबादी के हिसाब से देश का सबसे बड़ा राज्य है। इसकी आबादी करीब 24 करोड़ है। वहीं, दिल्ली की करीब 2.5 करोड़, महाराष्ट्र की 12 करोड़, केरल की करीब साढ़े तीन करोड़ और कर्नाटक की आबादी करीब आठ करोड़ है। यानि इन चारों राज्यों की आबादी के बराबर उत्तर प्रदेश की आबादी है। इसके बावजूद इन राज्यों में उत्तर प्रदेश की तुलना में कोरोना संक्रमण की दर बहुत ज्यादा है।

सबसे अधिक जांच करके यूपी ने बनाया रिकॉर्ड

CM Yogi Adityanath in Hospital, Corona Vaccination

सिर्फ टेस्टिंग की बात करें, तो भी उत्तर प्रदेश कई राज्यों से आगे है। उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता को तेजी से बढ़ाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग रोजाना दो लाख से ज्यादा टेस्टिंग कर रहा है। प्रदेश में अब तक कुल तीन करोड़ 86 लाख 66 हजार से अधिक सैम्पल की जांच की गई है। इसमें लगभग 90,000 सैम्पलों की जांच आरटीपीसीआर के माध्यम से की गई है। जबकि देश की राजधानी दिल्ली में 1.60 करोड़, महाराष्ट्र में 2.40 करोड़ और कर्नाटक में 2.40 करोड़ टेस्ट किए गए हैं।

महाराष्ट्र में औसत मृत्यु दर 461.52, तो यूपी में 39.61

महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश से अगर उत्तर प्रदेश में औसतन मृत्यु दर का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए, तो प्रदेश में औसत मृत्यु दर प्रति 10 लाख आबादी पर मात्र 39.61  है। जबकि महाराष्ट्र में प्रति 10 लाख की आबादी पर औसतन मृत्यु 461.52, कर्नाटक में 183.56 , तमिलनाडु में 164.67 , दिल्ली में 365.11 और आंध्रप्रदेश में 79.03 है।

पिछले पांच दिनों में प्रदेश का रिकवरी रेट भी बढ़ा

Yogi Adityanath Corona Vaccination Dry Run

बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार लगातार सख्त कदम उठा रही है। आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य होने के बाद भी यहां पॉजिटिव केस की संख्या कम है। वहीं पिछले पांच दिनों में प्रदेश का रिकवरी रेट भी बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में करीब साढ़े चौदह हजार लोग ठीक हुए हैं। जो दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी के कड़े और बड़े फैसलों का ही नतीजा है कि उत्तर प्रदेश पहले से बेहतर तरीकों के साथ कोरोना की जंग लड़ रहा है।