newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

India Against Khalistan: विदेश में बैठे खालिस्तानी आतंकियों-समर्थकों पर सख्त कार्रवाई करने जा रही मोदी सरकार, संपत्ति जब्त करने समेत ये निर्देश एजेंसियों को दिए

पिछले कुछ वक्त से ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी आतंकियों और उनके समर्थकों ने भारत विरोधी गतिविधियां बढ़ाई हैं। भारतीय उच्चायोग, दूतावास और कोंसुलेट पर हमले भी किए हैं। इन सबके वीडियो सामने आए थे। अब इन खालिस्तानी आतंकियों पर शिकंजा कसने का फैसला हुआ है।

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार ने विदेश में बैठे खालिस्तानी आतंकियों और उनके समर्थकों पर सख्त कार्रवाई का मन बना लिया है। सूत्रों के हवाले से मीडिया की खबरों में बताया गया है कि मोदी सरकार ने अपनी एजेंसियों को विदेश में बसे खालिस्तानी आतंकियों और उनके समर्थकों की पहचान करने के लिए कहा है। पहचान के बाद खालिस्तानी आतंकियों और समर्थकों के ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया कार्ड (ओसीआई) को रद्द किया जाएगा। इसके अलावा भारत में इन खालिस्तानी आतंकियों-समर्थकों की प्रॉपर्टी भी जब्त की जाएगी।

पिछले कुछ वक्त से ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी आतंकियों और उनके समर्थकों ने भारत विरोधी गतिविधियां बढ़ाई हैं। भारतीय उच्चायोग, दूतावास और कोंसुलेट पर हमले भी किए हैं। इन सबके वीडियो सामने आए थे। इन्हीं वीडियो के आधार पर मोदी सरकार अब देशविरोधी इन तत्वों पर सख्त कार्रवाई करने जा रही है। शनिवार को ही केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने कनाडा में बसे खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के चंडीगढ़ और अमृतसर स्थित प्रॉपर्टी को जब्त कर लिया था। कई और खालिस्तानी आतंकियों की संपत्ति भी पहले जब्त की जा चुकी है।

khalistan flag

सूत्रों के मुताबिक भारत ने पिछले कुछ महीनों में हुए खालिस्तानियों के प्रदर्शन के बारे में और उनमें हिस्सा लेने वालों की जानकारी ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों को दी है। इन देशों से खालिस्तानी आतंकियों पर सख्त एक्शन की मांग भारत ने की है। बीते दिनों ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने भी कहा था कि वो अपने देश में खालिस्तानी आतंकियों को सिर उठाने का मौका नहीं देंगे। खालिस्तानी आतंकियों के मसले पर ही भारत और कनाडा के बीच हाल के दिनों में तनाव काफी बढ़ गया है। क्योंकि कनाडा इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करता और एक आतंकी की हत्या का जिम्मा बिना सबूत के उसने भारत पर मढ़ा है।