नई दिल्ली। आखिरकार आज पूरी दुनिया ने यह मान ही लिया कि भारतीय वैज्ञानिक ही असली बाजीगर है। बाजीगर इसलिए…क्योंकि हार कर जीतने वाले को बाजीगर ही कहते हैं और भारतीय वैज्ञानिक किसी बाजीगर से कम नहीं हैं। जी हां…आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं….याद ही होगा आपको जब 2019 में चंद्रयान -2 विफल हो गया था, तो किस तरह तत्कालीन इसरो प्रमुख के सिवन फूट-फूट कर रोए थे, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें दिलासा देते हुए नजर आए थे। आज वही के सिवन खुशी से झूठ उठे, जब चंद्रयान -3 ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की। यह कारनामा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन चुका है।
Chandrayaan-3 lander Vikram touches down on the Moon’s South Pole pic.twitter.com/jTp6R8haYi
— ANI (@ANI) August 23, 2023
वहीं, इस खास उपलब्धि पर पीएम मोदी से लेकर तमाम राजनेताओं ने अपनी खुशी जाहिर की है। प्रधानमंत्री ने तो अपने बयान में यहां तक कह दिया कि अब वो जमान चला गया, जब चांद दूर हुआ करता था। अब यह दूर नहीं, बल्कि टूर प्लेस बन चुका है। ध्यान दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने साउथ अफ्रीका पहुंचे हुए हैं। जहां से उन्होंने भारतीय वैज्ञानिकों की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी। बता दें कि साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति ने भी चंद्रयान -3 को लेकर प्रधानमंत्री को बधाई दी थी। उधर, इस खास मौके पर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने भी भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई दी जिसमें उन्होंने क्या कुछ कहा। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
#WATCH | “India is on the Moon”: ISRO chief S Somanath as Chandrayaan 3 lander module Vikram makes safe and soft landing on the Moon pic.twitter.com/5xEKg0Lrlu
— ANI (@ANI) August 23, 2023
एस सोमनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नमस्कार के साथ संबोधित करते हुए कहा कि सर अब हम चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करके एक बड़ी उबलब्धि हासिल कर चुके हैं। अब भारत चंद्रमा पर है। बता दें कि एस सोमनाथ ही वो शख्सियत हैं, जिनके नेतृत्व में भारत ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर तिरंगा फहराया है, जिसे लेकर अभी देशभर में खुशी का माहौल है।