नई दिल्ली। असम को काटकर भारत से अलग कर देने वाले और शाहीन बाग जैसे प्रदर्शनों की रूपरेखा तैयार करनेवाला शरजील ईमाम भले ही जेल में अपनी रातें गुजार रहा हो। लेकिन उसके समर्थन में कभी मुंबई के आजाद मैदान में नारे लगते हैं तो कभी जेएनयू में उसकी रिहाई की मांग वाले पोस्टर नजर आते हैं। आपको बता दें कि शरजील इमाम जेएनयू से पढ़ाई कर चुका है और वह कई बार कन्हैया कुमार का भी विरोध करते नजर आए हैं लेकिन इस सब के बीच उन्होंने भारत के टुकड़े करने की भी बात कही थी जिस बयान के बाद से उसके ऊपर कार्रवाई की गई और अभी वह सलाखों के पीछे है। वहीं जेएनयू में वेलेंटाइन डे पर विश्वविद्यालय में कुछ छात्रों ने पोस्टर दिखाए और जमकर नारेबाजी की। ये छात्र शरजील इमाम को तुरंत रिहा करने की मांग लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
पोस्टर्स के जरिए छात्र ये बताने की कोशिश कर रहे थे कि चक्काजाम करना देशद्रोह नहीं है, इतना ही नहीं कुछ पोस्टर्स पर छात्रों ने लिखा था ‘शरजील तेरे संघर्ष से, इंकलाब आएगा।’
जेएनयू में ‘इंडिया माई वैलेंटाइन’ प्रोग्राम का आयोजन किया गया था। इसी दौरान ये सब हरकतें की गयी, इस कार्यक्रम का आयोजन बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर और उनके कुछ साथियों ने मिलकर किया था। प्रोग्राम में कई मशहूर स्टैंड अप कॉमेडियन्स ने परफॉर्म किया जिनमें मानिक माहना, वरुण ठाकुर, अदिति मित्तल और संजय राजौरा शामिल थे। इनके अलावा संगीतकार पूजन साहिल, पत्रकार फे डिसूजा और अभिनेत्री रत्ना पाठक शाह ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
प्रोग्राम की ऑर्गनाइजर स्वरा भास्कर ने कहा कि शरजील इमाम चक्का जाम की बात कर रहे थे, जो कि विरोध का एक तरीका है। एक तबका मानता है कि चक्का जाम कराने के लिए राष्ट्रद्रोह का मुकदमा कुछ ज्यादा है। इसपर वाद-विवाद है। हालांकि वो किसी के पक्ष में नहीं हैं। अगर जिन्हें लगता है कि शरजील पर राष्ट्रद्रोह नहीं लगना चाहिए, वो पोस्टर लेकर आ सकते हैं।