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Purification Of Temple With Gangajal After Naseem Solanki’s Jalabhishek : नसीम सोलंकी ने जिस मंदिर में किया था जलाभिषेक, वहां हरिद्वार के गंगाजल से हुआ शुद्धिकरण

Purification Of Temple With Gangajal After Naseem Solanki’s Jalabhishek : वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मंदिर परिसर का शुद्धिकरण किया गया। मुस्लिम संगठन भी नसीम सोलंकी के मंदिर जाने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने पर उनके खिलाफ हो गए हैं। इस्लामी धर्मगुरु मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने इस पर फतवा जारी कर दिया है। मौलाना ने नसीम के इस कृत्य को इस्लाम के खिलाफ बताते हुए माफी मांगने को कहा है। उधर विवाद बढ़ने के बाद अब नसीम ने भी अपना पक्ष रखा है।

नई दिल्ली। कानपुर के प्रसिद्ध वनखंडेश्वर मंदिर में हरिद्वार के गंगाजल से शुद्धिकरण किया गया है। यह वही मंदिर है जहां समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार नसीम सोलंकी ने जलाभिषेक किया था। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मंदिर परिसर का शुद्धिकरण किया गया। नसीम सोलंकी के मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद से इस बात को लेकर विवाद शुरू हो गया है। मुस्लिम संगठन भी नसीम सोलंकी के मंदिर जाने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने पर उनके खिलाफ हो गए हैं। इस्लामी धर्मगुरु मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने इस पर फतवा जारी कर दिया है। मौलाना ने नसीम के इस कृत्य को इस्लाम के खिलाफ बताते हुए माफी मांगने को कहा है। उधर विवाद बढ़ने के बाद अब नसीम ने भी अपना पक्ष रखा है।

कुछ हिंदू संगठनों ने भी नसीम सोलंकी के शिवलिंग पर जल चढ़ाने को लेकर आपत्ति जताई थी। जबकि बीजेपी ने इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया था। बीजेपी ने कहा था चुनाव में हिंदू वोटरों का वोट अपनी तरफ करने के लिए ही नसीम सोलंकी न सिर्फ मंदिर गईं बल्कि वहां जाकर शिवलिंग पर जल भी चढ़ाया। आपको बता दें कि कानपुर में सीसामऊ विधानसभा में उपचुनाव हो रहा है। सीसामऊ सीट पर नसीम सोलंकी के पति सपा नेता इरफान सोलंकी विधायक थे। एक महिला की जमीन कब्जाने और आगजनी के मामले में इरफान को सात साल की सजा हो गई है। जिसके चलते उनकी विधायकी चली और अब वहां उपचुनाव हो रहा है।

नसीम सोलंकी ने जिस वनखंडेश्वर मंदिर में जलाभिषेक किया वो सीसामऊ क्षेत्र में ही आता है और कानपुर के प्रसिद्ध शिव मंदिरों में से एक है। सीसामऊ विधानसभा मिश्रित आबादी वाला क्षेत्र है। यहां हिंदू और मुसलमानों की बड़ी संख्या में मिली जुली आबादी निवास करती है। पहले सीसामऊ सीट पर बीजेपी का एकछत्र राज था। बीजेपी के राकेश सोनकर यहां से तीन बार चुनाव जीते मगर उनकी टिकट कटने के बाद से इस सीट पर सपा का कब्जा हो गया।