newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

सीमा पर चीन की हरकतों की वजह से बढ़ी टेंशन, आर्मी चीफ जनरल नरवणे पहुंचे लद्दाख

हाल के दिनों में भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ गया है। पिछले दिनों सिक्किम के पास बॉर्डर पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हो गई थी। इसके अलावा पैंगोंग त्सो झील के पास भी तनाव बढ़ गया है। ऐसे में खबर है कि सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे शुक्रवार को हालात का जायजा लेने के लिए लद्दाख गए थे।

नई दिल्ली। हाल के दिनों में भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ गया है। पिछले दिनों सिक्किम के पास बॉर्डर पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हो गई थी। इसके अलावा पैंगोंग त्सो झील के पास भी तनाव बढ़ गया है। ऐसे में खबर है कि सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे शुक्रवार को हालात का जायजा लेने के लिए लद्दाख गए थे।


बता दें कि नरणवे उस बयान के बाद वहां गए जब भारत की तरफ से कहा गया कि देश की सुरक्षा और संप्रभुता सुनिश्चित करने के लिए वो प्रतिबद्ध है। अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के साथ बॉर्डर पर उत्तरी कमांड के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वायके जोशी भी मौजूद थे। इसके अलावा इन दोनों के साथ हालात का जायाजा लेने के लिए लेह के 14 कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट हरिंदर सिंह भी थे। हालांकि इस दौरे को लेकर आर्मी की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई। लेकिन कहा जा रहा है कि चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर जवाब देने के लिए कहा गया है।

भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील और गलवान घाटी में तनाव घटाने के लिये इस हफ्ते कम से कम पांच दौर की वार्ता नाकाम रहा। दरअसल, दोनों पक्षों ने विवादित सीमावर्ती इलाकों में अपना-अपना आक्रामक रुख जारी रखा है। सरकारी सूत्रों ने शुक्रवार को ये जानकारी दी।

सूत्रों ने बताया कि भारतीय थल सेना ने पैंगोंग त्सो झील और गलवान घाटी, दोनों जगहों पर चीनी सैनिकों के बराबर ही अपने सैनिकों की तैनाती की है। दोनों क्षेत्रों में पिछले दो हफ्तों में बड़ी संख्या में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती देखने को मिली है।