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Jammu-Kashmir: शोपियां में आतंकियों ने फिर कश्मीरी पंडितों को बनाया टारगेट, एक की मौत, दूसरा जख्मी

Jammu-Kashmir: इससे पहले भी बीते शुक्रवार को भी दहशतगर्दों ने टारगेट किलिंग को अंजाम दिया था। आतंकियों ने बांदीपोरा के सोदनारा सुंबल में गैर-कश्मीरी मजदूर पर हमला किया था। इस फायरिंग में मजदूर बुरी तरह से जख्मी हो गया था जिसके बाद उसने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। बता दें कि कश्मीर में बीते कई महीनों में कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया जा रहा है।

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से बड़ी खबर सामने आ रही है। कश्मीर में एक बार फिर कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया है। कश्मीर के शोपियां में कश्मीरी पंडितों पर आतंकियों ने फायरिंग की है। बताया जा रहा है कि चोटीपोरा में सेब के बगान में काम कर रहे दो कश्मीरी भाइयों पर आतंकियों ने हमला किया है, जिसमें एक भाई की मौत हो गई है, जबकि दूसरा घायल हुआ है। आतंकियों की नापाक करतूत में सुनील भट्ट की मौत हो गई है, जबकि फायरिंग में पर्टिम्बर नाथ  घायल हो गए है। वहीं घायल पर्टिम्बर नाथ को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले भी बीते शुक्रवार को भी दहशतगर्दों ने टारगेट किलिंग को अंजाम दिया था। आतंकियों ने बांदीपोरा के सोदनारा सुंबल में गैर-कश्मीरी मजदूर पर हमला किया था। इस फायरिंग में मजदूर बुरी तरह से जख्मी हो गया था जिसके बाद उसने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। बता दें कि कश्मीर में बीते कई महीनों में कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया जा रहा है।

 

जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता कविंद्र गुप्ता ने इस घटना पर कहा कि, कुछ राजनीति पार्टियां जो गलत बयानबाजी करती है उसकी वजह से इन आतंकियों बल मिलता है। ये बर्दाश्त करने के लायक नहीं है। हमारे कश्मीरी पंडित समाज को वापस लाने को कोशिश की जा रही है उसमें विघ्न डालने का काम किया है। साथ उन्होंने इस घटना को अंजाम देने वालों को जल्द मार गिराने की बात भी कही।

वहीं कश्मीरी पंडितों की टारगेट किलिंग पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार को घेरा है। ओवैसी ने कहा कि घाटी में प्रधानमंत्री का प्रशासन चलता है वो नाकाम साबित हुआ है। अनुच्छेद 370 पूरे देश को ये कहकर हटाया कि इससे पूरे पंडितों को फायदा होगा। घाटी में अमन होगा। ये पहला हमला नहीं कश्मीरी पंडितों पर, जो बरसों पर वहां पर रह रहे थे आज अपने उन सबको असुरक्षित कर दिया और वो अनसेफ इसलिए क्योंकि मोदी सरकार उनको सुरक्षा देने में सफल नहीं हो पाई है। कश्मीरी पंडित अब कश्मीर छोड़कर जाना चाहते हैं।