नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र के चुनावी माहौल के बीच बिटकॉइन से जुड़े मामले में मंगलवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गौरव मेहता के ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित एक जांच के तहत की गई है। सूत्रों के अनुसार, ED मेहता और अन्य संदिग्धों के खिलाफ जांच कर रही है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने निवेशकों से बिटकॉइन के रूप में भारी रकम एकत्र की और उन्हें 10 प्रतिशत मासिक रिटर्न का झूठा वादा किया।
भारी बिटकॉइन घोटाला, 6,600 करोड़ रुपये की ठगी
यह मामला 2017 के उस घोटाले से जुड़ा हुआ है जिसमें 6,600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई थी। आरोप है कि मेहता और उनके सहयोगियों ने भोले-भाले निवेशकों से बिटकॉइन के रूप में धनराशि एकत्र की और उन्हें उच्च रिटर्न का वादा किया। यह मामले महाराष्ट्र और दिल्ली में दर्ज कई पुलिस FIR से जुड़े हुए हैं।
बिटकॉइन हेरफेर का मास्टरमाइंड अमित भारद्वाज
इस स्कैम का मुख्य आरोपित अमित भारद्वाज था, जिसने बिटकॉइन में निवेश के नाम पर सैकड़ों निवेशकों से धोखाधड़ी की। आरोपी ने उन्हें हर महीने 10 प्रतिशत रिटर्न का वादा किया था। इस मामले के दौरान, शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को भी नाम जोड़ा गया था, जिन्होंने यूक्रेन में बिटकॉइन माइनिंग के नाम पर 285 बिटकॉइन हासिल किए थे, जिनकी कीमत उस समय करीब 150 करोड़ रुपये थी।
सुप्रिया सुले और नाना पटोले पर गंभीर आरोप
इस मामले में भाजपा ने एनसीपी की नेता सुप्रिया सुले और कांग्रेस के नेता नाना पटोले पर आरोप लगाया है कि उन्होंने बिटकॉइन घोटाले की राशि का चुनावी फंडिंग के लिए इस्तेमाल किया। सूत्रों के अनुसार, एक रिकॉर्डिंग में सुले की आवाज में यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने चुनाव के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करने के लिए गौरव मेहता से संपर्क किया। हालांकि, सुप्रिया सुले ने इन आरोपों से इनकार किया है।
ईडी की जांच और गिरफ्तारी
इस मामले में ED ने गौरव मेहता, शिम्पी भारद्वाज, नितिन गौड़ और निखिल महाजन को गिरफ्तार किया था। जांच में पूर्व आईपीएस और साइबर एक्सपर्ट रविंद्र नाथ भी शामिल थे, जिन्होंने आरोप लगाया कि उन पर झूठे आरोप लगाए गए थे और उन्हें जेल भेज दिया गया था। उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि 2018 में जब अमित भारद्वाज को गिरफ्तार किया गया था, तब एक क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट को बदलने का आरोप था, जिसमें उनके अनुसार वॉलेट में पैसे नहीं थे।
चुनावी फंडिंग में बिटकॉइन का इस्तेमाल
पूर्व आईपीएस अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि बिटकॉइन से प्राप्त धनराशि का इस्तेमाल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के दौरान फंडिंग के लिए किया गया। इस सिलसिले में, उन्होंने दावा किया कि उनके पास गौरव मेहता से भेजे गए वॉयस नोट्स हैं, जिनमें वह सुप्रिया सुले से बिटकॉइन भुनाने के लिए कह रहे हैं, ताकि चुनावी फंड की व्यवस्था की जा सके।