
नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से लेकर 6 अप्रैल तक चलेगा। सत्र में हिस्सा लेने से पूर्व विपक्षी दलों ने सत्ताधारी दल बीजेपी को घेरने के लिए सोमवार सुबह बैठक बुलाई है। बैठक में केंद्र सरकार को घेरने के लिए रूपरेखा तैयार की जाएगी। बताया जा रहा है कि बेरोजगारी, अडानी, चीन-सीमा विवाद और जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग जैसे मसलों को लेकर विपक्षी दल सत्तारूढ दल की घेराबंदी कर सकती है। बता दें कि बजट सत्र के पहले चरण के दौरान भी विपक्षी दलों ने अडानी मुद्दे को लेकर केंद्र की घेराबंदी की थी। विपक्षी दलों ने अदानी प्रसंग को लेकर प्रधानमंत्री से कई सवाल पूछे थे, लेकिन विपक्षियों का आरोप है कि केंद्र की ओर से कोई संतुष्टिजनक जवाब नहीं दिया गया था।
बताया जा रहा है कि बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान वित्तीय विधेयक पारित कराए जाएंगे। संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरकार की प्रमुख प्राथमिकता वित्त विधेयक पारित कराना है। इसके अलावा विभिन्न मंत्रालयों से प्राप्त होने वाले अनुदानों पर भी चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न मंत्रालयों व विभागों द्वारा प्राप्त किए जाने वाले अनुदानों से संबंधित प्रस्तावों पर भी बिना चर्चा के मंजूरी प्रदान की जाएगी।
उधर, टीएमसी भी सरकार के विरोध में कई मुद्दों को उठाने का मन बना रही है। संसद के बजट सत्र के पहले चरण की शुरुआत 31 मार्च को हुई थी। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सत्रों के संयुक्त अभिभाषण के साथ किया था, लेकिन संसद के पहले बजट सत्र की शुरुआत काफी हंगामेदार रही थी। अब ऐसे में संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण कैसा रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।