
नई दिल्ली। पुलिस अभिरक्षा में माफिया अतीक और अशरफ के मारे जाने के बाद यूपी सरकार पर गंभीर सवाल उठे। जिसे लेकर बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी। आज उसी याचिका पर सुनवाई हुई। जस्टिस एस रविंद्र भट और दीपंकर दत्ता ने इस याचिका पर सुनवाई की। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से स्टेटस रिपोर्ट भी मांगा और मामले से जुड़े तीन तीखे सवाल भी पूछे। कोर्ट ने योगी सरकार से मामले को लेकर अतिशीघ्र हलफनामा दाखिल करने को कहा है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि कोर्ट ने योगी सरकार से किन तीन सवालों के बारे में पूछा है?
कोर्ट के सवाल और योगी सरकार के जवाब
सवाल1: कोर्ट ने सवाल किया कि आखिर पुलिस क्यों नहीं अतीक-अशरफ को एंबुलेंस से अस्पताल ले गई?
जवाब: योगी सरकार की ओर से पेश हुए वकील ने जवाब में कहा कि कोर्ट के निर्देश पर हर दो-तीन दिन में दोनों माफिया ब्रदर्स को अस्पताल ले जाया जा रहा था। तीनों आरोपी पत्रकार के भेष में कई दिनों से अस्पताल की रैकी कर रहे थे।
सवाल 2: इस मामले में अभी तक राज्य सरकार की ओर से क्या कुछ कदम उठाया गया है। सरकार कोर्ट के सामने मामले को लेकर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करें।
जवाब: अभी तक मामले की गहन तफ्तीश के लिए राज्य सरकार की ओर से जांच आयोग और विशेष जांच दल का गठन किया जा चुका है। आयोग में दो मुख्य न्यायाधीश, एक अन्य न्यायाधीश और एक पुलिस अधिकारी शामिल हैं।
सवाल 3 : अतीक-अशरफ को अस्पताल तक पैदल क्यों ले जाया गया? दोनों भाइयों से परेड क्यों कराई गई?
जवाब: दूरी बहुत कम थी।

बता दें कि गत दिनों प्रयागराज स्थित कॉल्विन अस्पताल के बाहर दोनों माफिया ब्रदर्स को पत्रकारों के भेष में तीनों आरोपियों ने 16 राउंड फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद तीनों आरोपियों ने मौके पर मौजूद पुलिस को सरेंडर कर दिया। तीनों आरोपियों ने भागने की भी कोशिश नहीं की थी। तीनों ने गोली मारने के बाद धार्मिक नारे लगाए और पुलिस को समर्पित कर दिया, लेकिन जिस तरह से तीनों पुलिस अभिरक्षा की मौजूदगी में दोनों माफिया ब्रदर्स को मौत के घाट उतारा गया, जिसे लेकर योगी सरकार पर सवाल उठे।
बहरहाल मामले की जांच के लिए योगी सरकार की तरफ जांच आयोग और विशेष जांच दल का गठन किय गया है। उधर, अब मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी दखल दे दिया है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।