नई दिल्ली। कांग्रेस के लिए मुश्किल केंद्र की मोदी सरकार या फिर बाकि दूसरे दल नहीं बल्कि उसकी आंतरिक कलह है ये कहना गलत नहीं होगा। कभी पंजाब कभी जम्मू-कश्मीर तो कभी राजस्थान से सामने आ रहे मामले तो यही दर्शाते हैं कि कांग्रेस के लिए दूसरों से मुकाबला करने की बयाज पहले पार्टी में शांति बनाए रखना और कलह को सुलधाना जरूरी है। पार्टी में कलह का नजारा एक बार फिर देखने को मिला है। इस बार राज्यस्थान से घटना सामने आई है जहां अशोक गहलोत और सचिन पायलट राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ अच्छा होने का दिखावा तो करते हैं लेकिन सच्चाई सामने आ ही जाती है। शुक्रवार को एक बार फिर ऐसा हुआ, जब मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान अशोक गहलोत ने सचिन पायलट गुट के विधायकों पर तंज कसा। गहलोत ने कुछ विधायकों के नाम लेकर कहा, ‘ये तो छोड़कर चले गए थे’।
दरअसल, बीते दिन शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर बैठक हुई थी। एक चैनल के मुताबिक, इस बैठक में मुख्यमंत्री ने मौजूद मंत्रियों से कहाकि आप मंत्री इसलिए हैं कि 80 लोग पार्टी छोड़कर नहीं गए। यहीं कारण है कि आज सरकार है और हम आज ये मंत्रिपरिषद की बैठक कर रहे हैं। इस दौरान अशोक गहलोत ने कुछ लोगों के नाम लेते हुए कहा कि रमेश मीणा, विश्वेन्द्र सिंह, हेमाराम चौधरी तो छोड़कर गये। हालांकि रमेश मीणा आज अच्छी बातें करते हैं लेकिन ये भी छोड़कर चले गए थे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री निवास पर हुई इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब अशोक गहलोत ने पायलट खेमे के विधायकों पर ऐसे तंज कसा हो। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में रैली की तैयारी के दौरान भी गहलोत ने इस गुट को निशाने पर लेते हुए हमला बोला था।