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Video: ‘ये मेरा नहीं, बल्कि हिंदुओं और मोदी सरकार का विरोध है’, यूरोप में विवेक अग्निहोत्री के साथ हुआ कुछ ऐसा, तो कह दी ये बात

जब मैं कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में मुझे बुलाया गया था, लेकिन जब मैं वहां पहुंचा तो मुझे कार्यक्रम का वीडियो रिकॉर्ड करने से मना कर दिया गया। अब यह अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रत्यक्ष तौर पर कुठाराघात है और यह सब कुछ इसलिए हुआ, क्योंकि कुछ पाकिस्तानी और जम्मू-कश्मीर के विधार्थी  विरोध कर रहे थे। यह फासीवादी लोग हैं।

नई दिल्ली। ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने वीडियो साझा कर कुछ ऐसा कहा है, जिसकी अभी चौतरफा चर्चा हो रही है। उन्होंने बकायदा वीडियो साझा कर अपनी बात रखी है। उनका यह वीडियो अभी खासा तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इस पर अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने अपने संबोधन में हिंदू, इस्लामोफोबिया समेत मुस्लिम अल्पसंख्यकों का जिक्र किया है। आइए, आगे हम आपको उनके द्वारा साझा किए गए वीडियो के बारे में विस्तार से बताते हैं कि आखिर उन्होंने क्या कुछ कहा है। दरअसल, विवेक अभी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में हैं, जहां उनका व्याख्यान निर्धारित कया गया था, लेकिन किसी कारणवश उसे निरस्त कर दिया गया है, जिसके बाद उन्होंने वीडियो साझा कर अपनी राय सार्वजनिक की है। विवेक अग्निहोत्री ने वीडियो साझा कर कहा कि, ‘जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि मैं अभी यूरोप में हूं। हूमेन्यूटी टूर पर हूं। इस टूर का आयोजन किया गया है कि क्योंकि यूरोप में स्थित कई प्रतिष्ठित संस्थानों ने मुझे अपने कार्यक्रमों में शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया था, जिसमें कैंब्रिज यूनिवर्सिटी, ब्रिटिश पार्लियामेंट, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी शामिल हैं। और इसके अलावा जर्मनी और नीदरलैंड से भी मुझे आमंत्रित किया गया था, लेकिन कल मेरे साथ एक अनोखी घटना घट गई।

Complaint Filed Against The Kashmir Files Director Vivek Agnihotri For  Controversial Statement Hindi News - कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक  अग्निहोत्री की मुसीबतें बढ़ी, विवादित टिप्पणी ...

जब मैं कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में मुझे बुलाया गया था, लेकिन जब मैं वहां पहुंचा तो मुझे कार्यक्रम का वीडियो रिकॉर्ड करने से मना कर दिया गया। अब यह अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रत्यक्ष तौर पर कुठाराघात है और यह सब कुछ इसलिए हुआ, क्योंकि कुछ पाकिस्तानी और जम्मू-कश्मीर के विधार्थी  विरोध कर रहे थे। यह फासीवादी लोग हैं। नरसंहार को इनकार करने वाले लोग हैं। यह सब कुछ मेरे साथ इसलिए हुआ, क्योंकि मैं लोकतांत्रिक प्रणाली के तहत चयनित मोदी सरकार का समर्थक हूं। यह वही यूनिवर्सिटी है, जहां सुभाष चंद्र बोस ने शिक्षा ग्रहण की थी। लेकिन अभी हाल ही में उनकी 150वीं जयंती पर उनके निर्धारित कार्यक्रमों को भी निरस्त कर दिया गया था, चूंकि उन्हें भी फासीवादी करार दिया गया था। और आज मेरे साथ एक और अनोखी घटना घटी है। दरअसल, मैं आज ऑक्सफोर्ट यूनिवर्सिटी जाने वाला था, क्योंकि यूनियन ने मुझे काफी दिनों से आमंत्रित किया हुआ था। लेकिन अचानक से मुझे बताया गया कि सॉरी इस दिन दो बुकिंग हो चुकी है, लिहाजा हम आपको आगामी 1 जुलाई को आमंत्रित करेंगे, क्योंकि इस दिन कोई भी विधार्थी यूनिवर्सिटी में नहीं रहेगा। ऐसी स्थिति में कोई कार्यक्रम करने का मतलब नहीं रह जाता है। क्या ये मेरा बहिष्कार नहीं है।

नहीं, बिल्कुल भी नहीं, बल्कि ये तो लोकतांत्रिक प्रणाली के तहत चयनित सरकार को निरस्त करना चाह रहे हैं। यह लोग हमें फासीवाद करार देने की कोशिश कर रहे हैं। अब हिंदुओं को मारना हिंदू फोबिक नहीं  है, लेकिन सत्य पर आधारित कोई फिल्म बनाना इस्लामोफोबिक हो जाता है।  लेकिन ये लोग ऐसा करके मेरा बहिष्कार नहीं कर रहे हैं, बल्कि ये तो हिंदुओं का बहिष्कार कर रहे हैं। लोकतंत्र का बहिष्कार कर रहे हैं। आपको एक बात समझनी होगी कि ऑक्सफोर्ड में हिंदुओं की अल्पसंख्यक है। अब मैं आने वाले दिनों में इसे लेकर कानूनी कार्रवाई करने जा रहा हूं। लिहाजा मुझे आप लोगों के समर्थन की दरकार है। आप लोग मेरा समर्थन करे।  बता दें कि अभी विवेक अग्निहोत्री का उपरोक्त वीडियो खासा तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। अब आपका इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए । न्यूज रूम पोस्ट.कॉम