नई दिल्ली। पहले से ही जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। रांची में हुए भूमि घोटाले के एक मामले के तहत प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमएलए विशेष अदालत में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और चार अन्य लोगों के खिलाफ दाखिल आरोप पत्र दाखिल किया था जिस पर कोर्ट ने संज्ञान ले लिया है। इस आरोप पत्र में ईडी द्वारा हेमंत सोरेन व अन्य आरोपियों पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह मामला बरियातू की 8.8 एकड़ जमीन को हड़पने से जुड़ा हुआ है। इस मामले में बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, आर्किटेक्ट बिनोद सिंह, जमीन के मूल रैयत राजकुमार पाहन और हिलेरियस कच्छप का नाम भी शामिल है।
Directorate of Enforcement (ED), Ranchi has filed a Prosecution Complaint against former Jharkhand CM Hemant Soren & four others in one of the cases of land scam being investigated under the provisions of PMLA, 2002, for acquiring, possessing and concealing the proceeds of crime… pic.twitter.com/iJknYB64l1
— ANI (@ANI) April 4, 2024
ईडी का आरोप है कि जमीन से जुड़ा ये घोटाला मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर किया गया और उपरोक्त चारों आरोपियों ने इस मामले में सीएम की मदद की। ईडी ने विशेष अदालत को बताया है कि बरियातू की उक्त विवादित जमीन 2010 में सोरेन के अवैध कब्जे में थी। वे इस जमीन को कानूनी रूप से कब्जा में लेने के लिए फर्जी कागजात बनाना चाहते थे। इसके लिए हेमंत सोरेन ने अपने आर्किटेक्ट दोस्त बिनोद सिंह की सलाह पर वहां बैंक्वेट हाल बनाने की योजना बनाई थी। इसी मामले में पीएमएलए विशेष अदालत ने संज्ञान ले लिया है। ईडी का ये भी आरोप है यह केवल 8.86 एकड़ जमीन से संबंधित मामला नहीं है बल्कि आसपास की अन्य जमीनों को भी हड़पने की योजना से संबंधित है। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन फिलहाल बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी ने हेमंत सोरेन को 31 जनवरी 2023 को देर रात गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद 13 दिनों तक रिमांड पर लेकर ईडी ने पूछताछ की थी। ईडी ने इस मामले में लगभग 5500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है।