कन्नौज। समाजवादी पार्टी के करीबी कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन को जीएसटी इंटेलिजेंस ने गिरफ्तार कर लिया है। करीब 4 दिन की छापेमारी में पीयूष जैन के कन्नौज और कानपुर ठिकानों से नोटों के बंडल बरामद हुए थे। कानपुर और लखनऊ से जीएसटी के अफसरों को कुल 257 करोड़ रुपए कैश मिले। इसके अलावा सोना, चांदी और 300 करोड़ की प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी बरामद हुए। मुंबई और दुबई में अघोषित संपत्ति का भी पता चला है। पीयूष जैन के घर से एक बैग भी बरामद किया गया। इस बैग में 300 चाबी मिलीं। कन्नौज में एक ही कैंपस में आरोपी ने 4 घर बना रखे हैं और वहां तहखाने भी हैं। कई तहखाने खोलने की कोशिश जारी है।
खबर लिखे जाने तक पीयूष के घर पर जीएसटी की छापेमारी जारी थी। कन्नौज के छिपट्टी इलाके में उसका घर है। सूत्रों के मुताबिक अभी और कई दिन तक छापे चल सकते हैं। जीएसटी ने पीयूष के घर को सील कर दिया है। इस घर से कितनी रकम अभी और निकल सकती है, इसे लेकर चर्चा का दौर भी जारी है। बताया जा रहा है कि तहखानों के अलावा दीवारों में भी वॉल्ट बनाकर उसमें अवैध रकम और सोना वगैरा छिपाया हो सकता है। ऐसे में जीएसटी के छापामार दस्ते ने लखनऊ से पुरातत्व विभाग की टीम और आर्किटेक्ट भी बुलाए हैं।
पीयूष जैन के बारे में कहा जा रहा है कि बीते दिनों अखिलेश यादव ने जिस समाजवादी इत्र को तैयार किया था, उसे पीयूष की कंपनी ने ही बनाया था। उनके भाई के भी सपा से रिश्ते होने की बात कही जा रही है। हालांकि, सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ किया है कि पीयूष से उनकी पार्टी का कोई रिश्ता नहीं है। जबकि, सीएम योगी आदित्यनाथ इस छापे में हुई बरामदगी पर हैरत जताते हुए आरोप लगा चुके हैं कि सपा ने अपने शासनकाल में जनता का जो धन लूटा, उसकी ही अब पीयूष के यहां से बरामदगी हो रही है।