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Rajasthan: ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर तुगलकी फरमान, कोटा में लगाई गई धारा 144

Rajasthan: कलेक्टर के जारी किये गए इस आदेश का अर्थ सीधे-सीधे द कश्मीरी फाइल पिक्चर से जोड़कर देखा जा रहा है। कोटा में इस पिक्चर को लेकर हिन्दू धर्म के विभिन्न वर्ग के लोगों में जबरदस्त उत्साह है। लोग समूहों में पिक्चर देखने जा रहे है और थिएटर में ही भारत माता की जय के नारे लगा रहे है। सभी शो लगभग हाउस फूल हो रहे है। अब धारा 144 लगने के बाद से लोग समूह में पिक्चर देखने नहीं जा पाएंगे।

नई दिल्ली। राजस्थान में शिक्षा नगरी के नाम से प्रसिद्ध कोटा में कलेक्टर के द्वारा तुगलकी फरमान जारी किया गया है तथा एक महीने 22 मार्च 2022 को प्रातः 6 बजे से 21 अप्रैल 2022 रात्रि 12 बजे तक के लिए शहर में धारा 144 लागू कर दी गयी है जिसके अंतर्गत धरने, प्रदर्शन, जुलूस पर रोक लगा दी गयी है। इन सब में सबसे अधिक चौंकाने वाली बात रही कि धारा 144 लगाने के महत्वपूर्ण कारणों में से एक बड़ा कारण पूरे भारत के सिनेमाओं में चल रही कश्मीरी पंडित नरसंहार के ऊपर बनी सर्वाधिक पसंद किये जाने वाली पिक्चर “द कश्मीर फाइल्स” है। जिला कलेक्टर ने दिनांक 21 मार्च को यह आदेश जारी करते हुए बताया कि,”जिला पुलिस अधीक्षक कोटा शहर ने अवगत करवाया कि आगामी दिनों में आयोजित होने वाले सांप्रदायिक दृष्टि से सवेंदनशील त्योहारों यथा चेटीचंड, महावीर जयंती, गुड फ्राइडे,वैशाखी, जुमातुलविदा आदि एवं वर्तमान में सिनेमाघर में प्रदर्शित की जा रही। “द कश्मीर फाइल्स” फिल्म के मध्यनजर कोटा जिले में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए समय रहते भीड़ के एकत्रीकरण,धरने प्रदर्शन,सभा एवं जुलूस आदि पर रोक लगाया जाना आवश्यक है” कोटा जिला सांप्रदायिक दृष्टि से अतिसवेंदशील है। असामाजिक तत्वों द्वारा त्योहारों के आयोजन एवं वर्तमान सिनेमाघर में प्रदर्शित की जा रही” द कश्मीर फाइल्स” फिल्म एवं चम्बल नदी, इसकी नहरों व वितरिकाओं में युवाओं द्वारा स्नान किये जाने से हो रही मौतों तथा धरने प्रदर्शन,सभा,जुलूस आदि के दौरान कानून एवं शांति, लोक व्यवस्था की स्थिति प्रभावित हो सकती है। समाज एवं विभिन्न समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न हो सकता है जिससे लोगों के जानमाल को हानि हो सकती है।”

कलेक्टर के जारी किये गए इस आदेश का अर्थ सीधे-सीधे द कश्मीरी फाइल पिक्चर से जोड़कर देखा जा रहा है। कोटा में इस पिक्चर को लेकर हिन्दू धर्म के विभिन्न वर्ग के लोगों में जबरदस्त उत्साह है। लोग समूहों में पिक्चर देखने जा रहे है और थिएटर में ही भारत माता की जय के नारे लगा रहे है। सभी शो लगभग हाउस फूल हो रहे है। अब धारा 144 लगने के बाद से लोग समूह में पिक्चर देखने नहीं जा पाएंगे। मालूम हो,अभी कुछ दिन पहले ही कोटा शहर के अंदर देश में सांप्रदायिक उन्माद फैलानी वाली कट्टर इस्लामिक संस्था PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया) ने हिजाब मुद्दे पर बड़ी रैली की थी, जिसमें हजारों की संख्या में मुस्लिम धर्म के लोग जुड़े थे और होली की पूर्व संध्या पर चूरू में स्थित सालासर धाम का सीता स्वागत द्वार जिस पर श्रीराम भगवान के दरबार लगा हुए था को रात्री के अंधेरे में बुलडोज़र के माध्यम से सरकार के द्वारा बिना आदरपूर्वक ध्वस्त कर दिया गया,जिससे हिन्दू धर्म के लोगों में पहले से नाराजगी है।

इस अजीब से आदेश के बाद से लोगों में रोष व्याप्त हो गया एवं उनका का कहना है कि “यह आदेश गहलोत सरकार की हिन्दू धर्म के प्रति नफ़रत को जाहिर करता है। आज तक कोटा में पिक्चर की वजह से धारा 144 नहीं लगी लेकिन अब लगाकर प्रशासन ने अपने ही कमजोर एवं लचर कानून व्यवथा के आरोप पर ठप्पा लगा दिया। एक पिक्चर जिसमें सत्य दिखाया गया है उसको देखने से लोगों में कैसे साम्प्रदायिक उन्माद फैलेगा? यह एक धर्म विशेष के लोगों को खुश करने के लिए किया गया कार्य है। ताकी हिन्दू धर्म के लोग 1990 में कश्मीर हिन्दुओं के साथ क्या हुआ नहीं जान पाए। हो सकता है कल से यह थिएटर में ही पिक्चर को ही बंद करवा दे।”