newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Rajasthan: राजस्थान के स्कूल में “हिंदुइज्म धर्म या कलंक” किताब के वितरण पर बवाल, शिक्षिका ने देवी-देवताओं के खिलाफ भी की टिप्पणी

Rajasthan: शिक्षिका ने छात्रों को यह किताब देते हुए कहा कि” इस किताब को पढ़कर भगवान में आपका विश्वास खत्म हो जाएगा। शिक्षिका ने भगवान राम और ब्रह्मा के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी की। शिक्षिका ने छात्रों से कहा कि “ब्रह्मा ने अपनी बेटी के साथ बलात्कार किया है और राम जी दशरथ की औलाद नहीं हैं।”

कोटा। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के एक गांव में स्थित सरकारी विद्यालय की शिक्षिका निर्मला कामड़ के द्वारा हिन्दू धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिपण्णी वाली किताब को वितरित करने का मामला सामने आया है। शिक्षिका ने यह किताब फरवरी माह में स्कूल के विद्यार्थियों को वितरित की थी, जिसकी सूचना छात्रों ने गांव के सरपंच से की। मामले ने तूल पकड़ा जब गांव के लोगो ने शिक्षिका के निलंबन की मांग के साथ उस पर आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने शिक्षिका के खिलाफ मामल दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है तथा कोर्ट से उसकी जमानत याचिका ख़ारिज हो गयी है । शिक्षा विभाग से भी शिक्षिका कामड़ को एपीओ कर दिया है। भीलवाड़ा के आसींद के रूपपुरा गांव के सरकारी स्कूल की महिला शिक्षिका निर्मला कामड़ ने स्कूल में ही विद्यार्थियों को “हिंदुइज्म धर्म या कलंक” शीर्षक वाली किताब वितरित की, जिसके कवर पेज पर लिखा है,”हिन्दू निश्चित तौर पर उदार व सहनशील नहीं है। हिन्दू से ज्यादा संकीर्ण व्यक्ति दुनिया में कहीं नहीं है -जवाहर लाल नेहरू।”

rajasthan

शिक्षिका ने छात्रों को यह किताब देते हुए कहा कि” इस किताब को पढ़कर भगवान में आपका विश्वास खत्म हो जाएगा। शिक्षिका ने भगवान राम और ब्रह्मा के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी की। शिक्षिका ने छात्रों से कहा कि “ब्रह्मा ने अपनी बेटी के साथ बलात्कार किया है और राम जी दशरथ की औलाद नहीं हैं।” बच्चों ने अपने अभिभावकों को शिक्षिका के द्वारा दी गयी किताब और कही गयी बात बताई तो अभिभावकों में रोष व्याप्त हो गया। अभिभावकों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया एवं पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने आरोपी शिक्षिका निर्मला कामड़ को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसकी जमानत अर्जी ख़ारिज हो गयी। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ब्रह्मानंद चौधरी ने भी शिक्षिका के इस कृत्य के खिलाफ जांच के आदेश दे दिया है तथा उसे एपीओ कर दिया है। आरोपी शिक्षिका ने भी दलित कार्ड खेलते हुए, खुद के साथ जातिगत भेदभाव के पीड़ित होने का आरोप लगाया है। विद्यालय के 12वीं कक्षा के विद्यार्थी ने बताया कि” शिक्षिका निर्मला कामड़ हिन्दू देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक टिपण्णी करती है तथा विद्यार्थियों को हिन्दू धर्म के खिलाफ बरगलाती रहती है। वह हिन्दू धर्म के खिलाफ द्वेष की भावना रखती है तथा उसके खिलाफ गलत तथ्यों के साथ नफरत फैलती है।”

Rajasthan Teacher

स्थानीय सरपंच सान्या गुर्जर ने बताया कि “उसको छात्र के अभिभावक से पता चला की स्कूल की शिक्षिका ने विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को एल.आर. बाली.की के द्वारा लिखी हुई “हिन्दुइज्म धर्म या कलंक” शीर्षक वाली किताब बांटी थी। शिक्षिका ने विद्यार्थियों से कहा था, इस किताब को पढ़ने से तुम्हारे दिमाग से अपने धर्म से जुड़ी सभी बातें साफ हो जाएगी। इस शिकायत के बाद हमने स्कूल का दौरा किया तो मामले में सत्यता पाई गयी। इस मामले में शिक्षा विभाग तथा पुलिस में भी शिकायत दर्ज करवा दी गयी थी, जिस पर पुलिस ने कारवाही करते हुए शिक्षिका को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा शिक्षा विभाग ने भी शिक्षिका को एपीओ कर जाँच शुरू करवा दी है।”