newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Karnataka BJP Manifesto: बीजेपी ने कर्नाटक के लिए जारी किया संकल्प पत्र, समान नागरिक संहिता का बड़ा दांव चला, गरीबों को मुफ्त दूध भी देगी

बीजेपी ने संकल्प पत्र में गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को तीन मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर देने का वादा किया है। हर वार्ड में अटल आहार केंद्र स्थापित करने का भी वादा किया गया है। सामाजिक न्याय निधि के तहत एससी और एसटी वर्ग की महिलाओं को 5 साल के लिए 10-10 हजार रुपए की एफडी कराकर देने की बात भी कही है।

बेंगलुरु। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए पार्टी का संकल्प पत्र जारी कर दिया। इस संकल्प पत्र को बीजेपी ने ‘प्रजा ध्वनि’ का नाम दिया है। बीजेपी का संकल्प पत्र जारी होने के मौके पर सीएम बसवराज बोम्मई और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा समेत तमाम नेता मौजूद रहे। बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने का वादा किया है। कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने संकल्प पत्र जारी होने के बाद कहा कि ये जनता का संकल्प पत्र है और दिखाता है कि बीजेपी की सरकार बनी तो वो कर्नाटक में किस तरह शासन करेगी।

बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में 7 ‘ए’ को गिनाया है। इनमें अन्ना, अक्षरा, आरोग्य, अभिवृद्धि, आदय और अभय हैं। बीजेपी ने संकल्प पत्र में गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को तीन मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर देने का वादा किया है। हर वार्ड में अटल आहार केंद्र स्थापित करने का भी वादा किया गया है। पोषण योजना के तहत हर बीपीएल कार्ड धारक परिवार को आधा लीटर नंदिनी दूध देने, गरीबों को 10 लाख घर और सामाजिक न्याय निधि के तहत एससी और एसटी वर्ग की महिलाओं को 5 साल के लिए 10-10 हजार रुपए की एफडी कराकर देने की बात भी कही है।

nandini milk

बीजेपी की तरफ से बीपीएल परिवारों को नंदिनी दूध देने का मसला अहम है। इस मुद्दे पर कांग्रेस और जेडीएस ने बीजेपी को घेरा था। दरअसल, गुजरात की अमूल ने अपना दूध कर्नाटक में बेचना शुरू किया है। इससे नंदिनी दूध को होने वाले नुकसान को कांग्रेस और जेडीएस ने मुद्दा बनाया था। जिसकी काट के तौर पर बीजेपी ने संकल्प पत्र में गरीब परिवारों को हर रोज आधा लीटर नंदिनी दूध देने का वादा अपने प्रजा ध्वनि पत्र में किया है। अब देखना ये है कि कांग्रेस और जेडीएस इस संकल्प पत्र की काट के तौर पर और क्या वादे करते हैं।