नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के नेता और देश के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विपक्ष अक्सर तानाशाही के साथ सरकार चलाने का आरोप लगाता है। कांग्रेस के बड़े से लेकर छोटे नेताओं समेत विपक्ष पीएम मोदी को तानशाह कहते हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के सबसे करीबी नेता और मौजूदा गृह मंत्री अमित शाह मोदी के तानशाह होने की बात पर क्या कहते हैं? अमित शाह ने अपने हाल ही के इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया है।
मैं मोदी जी जैसा श्रोता कभी नहीं देखा- अमित शाह
दरअसल सरकारी चैनल संसद टीवी को दिए गये इंटरव्यू में जब गृह मंत्री अमित शाह से पूछा गया कि विपक्ष का आरोप है कि कई बार पीएम मोदी तानाशाह या निरंकुश होते हैं? इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि “मुझे मोदी जी के साथ विपक्ष और सरकार दोनों में काम करने का अवसर मिला है। मैं उनके जैसा श्रोता कभी नहीं देखा। बैठक चाहे जो भी हो मोदी जी जितना हो सके उतना कम बोलते हैं और धैर्य से सबकी सुनते हैं। वह व्यक्ति की राय की वैल्यू पर विचार करते है न कि व्यक्ति के महत्व पर और फिर निर्णय लेते हैं। इसलिए आरोपों में कोई हकीकत नहीं है और तो ये कह देना कि वो निर्णय थोंप देने वाले नेता (तानाशाह) हैं, इसमें जरा भी सच्चाई नहीं है”।
मैंने @narendramodi जी जैसा श्रोता आज तक नहीं देखा।
किसी भी विषय पर बैठक हो मोदी जी सभी को धैर्यपूर्वक सुनते हैं, छोटे से छोटे व्यक्ति के सुझाव की गुणवत्ता के आधार पर वो महत्व देते हैं और फिर उचित निर्णय लेते हैं।
ये कहना कि वो निर्णय थोपने वाले नेता हैं, ये जरा भी सच नहीं है। pic.twitter.com/8atwT8JK7b
— Amit Shah (@AmitShah) October 10, 2021
तीन तलाक, धारा 370, GST, नोटबंदी ये सब बड़े फैसले सिर्फ @narendramodi जी की दृढ़ इच्छाशक्ति से ही संभव हुए हैं।
क्योंकि सत्ता में बने रहना मोदी जी का लक्ष्य नहीं है, उनका लक्ष्य है ‘India First’, गरीबों व वंचितों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना, देश को पुनः विश्वगुरु बनाना। pic.twitter.com/uJJiy82vvq
— Amit Shah (@AmitShah) October 10, 2021
“सबसे लोकतांत्रिक तरीके से कैबिनेट चलाते हैं मोदी जी”
इसी के साथ गृह मंत्री अमित शाह ने मोदी सरकार के कार्यशैली की सराहना करते हुए सरकार की छवि ख़राब करने का आरोप लगाते हुए विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मोदी जी सबसे लोकतांत्रिक तरीके से कैबिनेट चलाते हैं। बैठक में जो चर्चा की जाती है, उसे सार्वजनिक डोमेन में लीक नहीं किया जा सकता है। इसलिए एक गलत धारणा है कि वह सभी खुद निर्णय लेते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। वे मामले पर चर्चा करते हैं। सभी की बात सुनते हैं और अंतिम निर्णय निश्चित रूप से उनके पास हैं, क्योंकि वह प्रधानमंत्री हैं।
आजादी के बाद भारत के लोकतंत्र में @narendramodi जी ही एक ऐसी राजनीतिक शख्सियत हैं जिसपर विपक्ष ने भ्रष्टाचार से लेकर सांप्रदायिकता तक घिनौने आरोप लगाने का प्रयास किया लेकिन एक भी आरोप उनसे जुड़ नहीं पाया इसका कारण है उनका पारदर्शी जीवन जिसका हर फैसला देश के लिए है, निजी कुछ नहीं। pic.twitter.com/en9jdU0xK0
— Amit Shah (@AmitShah) October 10, 2021
इतना ही नहीं अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी जोखिम लेकर फैसले करते हैं ये बात सही है। कई बार उन्होंने कहा भी है कि हम देश बदलने के लिए सरकार में आए हैं, केवल सरकार चलाने के लिए नहीं। अमित शाह ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि 130 करोड़ की आबादी वाले विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को दुनिया में एक सम्मानजनक स्थान पर पहुंचाना है। पीएम मोदी के नहीं डरने का कारण यह है कि सत्ता में बने रहना उनका लक्ष्य नहीं है, एकमात्र लक्ष्य ‘राष्ट्र प्रथम’ को लेकर वो चलते हैं। अमित शाह ने आगे कहा कि “आजादी के बाद भारत के लोकतंत्र में नरेंद्र मोदी जी ही एक ऐसी राजनीतिक शख्सियत हैं जिसपर विपक्ष ने भ्रष्टाचार से लेकर सांप्रदायिकता तक घिनौने आरोप लगाने का प्रयास किया लेकिन एक भी आरोप उनसे जुड़ नहीं पाया इसका कारण है उनका पारदर्शी जीवन जिसका हर फैसला देश के लिए है, निजी कुछ नहीं”।