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Video: PM मोदी को तानाशाह कहने वालों को गृह मंत्री Amit Shah का करार जवाब, कही दी ये बात

Amit shah Interview: अमित शाह ने कहा कि “मुझे मोदी जी के साथ विपक्ष और सरकार दोनों में काम करने का अवसर मिला है। मैं उनके जैसा श्रोता कभी नहीं देखा। बैठक चाहे जो भी हो मोदी जी जितना हो सके उतना कम बोलते हैं और धैर्य से सबकी सुनते हैं।

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के नेता और देश के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विपक्ष अक्सर तानाशाही के साथ सरकार चलाने का आरोप लगाता है। कांग्रेस के बड़े से लेकर छोटे नेताओं समेत विपक्ष पीएम मोदी को तानशाह कहते हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के सबसे करीबी नेता और मौजूदा गृह मंत्री अमित शाह मोदी के तानशाह होने की बात पर क्या कहते हैं? अमित शाह ने अपने हाल ही के इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया है।

AMIT SHAH

मैं मोदी जी जैसा श्रोता कभी नहीं देखा- अमित शाह 

दरअसल सरकारी चैनल संसद टीवी को दिए गये इंटरव्यू में जब गृह मंत्री अमित शाह से पूछा गया कि विपक्ष का आरोप है कि कई बार पीएम मोदी तानाशाह या निरंकुश होते हैं? इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि “मुझे मोदी जी के साथ विपक्ष और सरकार दोनों में काम करने का अवसर मिला है। मैं उनके जैसा श्रोता कभी नहीं देखा। बैठक चाहे जो भी हो मोदी जी जितना हो सके उतना कम बोलते हैं और धैर्य से सबकी सुनते हैं। वह व्यक्ति की राय की वैल्यू पर विचार करते है न कि व्यक्ति के महत्व पर और फिर निर्णय लेते हैं। इसलिए आरोपों में कोई हकीकत नहीं है और तो ये कह देना कि वो निर्णय थोंप देने वाले नेता (तानाशाह) हैं, इसमें जरा भी सच्चाई नहीं है”। 


“सबसे लोकतांत्रिक तरीके से कैबिनेट चलाते हैं मोदी जी”

इसी के साथ गृह मंत्री अमित शाह ने मोदी सरकार के कार्यशैली की सराहना करते हुए सरकार की छवि ख़राब करने का आरोप लगाते हुए विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मोदी जी सबसे लोकतांत्रिक तरीके से कैबिनेट चलाते हैं। बैठक में जो चर्चा की जाती है, उसे सार्वजनिक डोमेन में लीक नहीं किया जा सकता है। इसलिए एक गलत धारणा है कि वह सभी खुद निर्णय लेते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। वे मामले पर चर्चा करते हैं। सभी की बात सुनते हैं और अंतिम निर्णय निश्चित रूप से उनके पास हैं, क्योंकि वह प्रधानमंत्री हैं।

इतना ही नहीं अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी जोखिम लेकर फैसले करते हैं ये बात सही है। कई बार उन्होंने कहा भी है कि हम देश बदलने के लिए सरकार में आए हैं, केवल सरकार चलाने के लिए नहीं। अमित शाह ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि 130 करोड़ की आबादी वाले विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को दुनिया में एक सम्मानजनक स्थान पर पहुंचाना है। पीएम मोदी के नहीं डरने का कारण यह है कि सत्ता में बने रहना उनका लक्ष्य नहीं है, एकमात्र लक्ष्य ‘राष्ट्र प्रथम’ को लेकर वो चलते हैं। अमित शाह ने आगे कहा कि “आजादी के बाद भारत के लोकतंत्र में नरेंद्र मोदी जी ही एक ऐसी राजनीतिक शख्सियत हैं जिसपर विपक्ष ने भ्रष्टाचार से लेकर सांप्रदायिकता तक घिनौने आरोप लगाने का प्रयास किया लेकिन एक भी आरोप उनसे जुड़ नहीं पाया इसका कारण है उनका पारदर्शी जीवन जिसका हर फैसला देश के लिए है, निजी कुछ नहीं”।