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West Bengal: ममता बनर्जी ने PM मोदी पर लगाए कई आरोप, केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने किया पलटवार, ऐसे दिया करारा जवाब

Coronavirus: वहीं अब ममता बनर्जी के इस आरोपों पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Union Minister Ravi Shankar Prasad) ने जवाब दिया है। उन्होंने ममता पर पलटवार करते हुए कहा कि, आज प्रधानमंत्री ने कोरोना की लड़ाई के अच्छे कामों को शेयर करने के लिए कुछ राज्यों के जिलाधिकारियों की बैठक बुलाई थी।

नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर के बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश के 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उन राज्यों के 54 जिलाधिकारियों से सीधा संवाद किया। पीएम मोदी ने आज 10 राज्यों-छत्तीसगढ़, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुडुचेरी, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के ज़िलाधिकारियों और फील्ड अधिकारियों के साथ बातचीत की। ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई। इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) भी शामिल हुई।बैठक खत्म होने के बाद ममता बनर्जी की बौखलाहट सामने आयी। उन्होंने पीएम मोदी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए।

Mamata and PM Modi

वहीं अब ममता बनर्जी के इस आरोपों पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Union Minister Ravi Shankar Prasad) ने जवाब दिया है। उन्होंने ममता पर पलटवार करते हुए कहा कि, आज प्रधानमंत्री ने कोरोना की लड़ाई के अच्छे कामों को शेयर करने के लिए कुछ राज्यों के जिलाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आचरण आज बहुत अशोभनीय रहा है। उन्होंने पूरी बैठक को एक तरह से पटरी से उतारने की कोशिश की।

उन्होंने कहा कि सिर्फ BJP प्रदेश के ज़िलाधिकारियों को बुलाया जाता है जबकि पूर्व में आंध्र प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के जिलाधिकारियों ने भी बात रखी है। ममता बनर्जी ने 24-परगना के DM को बोलने नहीं दिया, कहा कि DM क्या जानते हैं, मैं उनसे ज्यादा जानती हूं।

इससे पहले ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि सिर्फ भाजपा के कुछ सीएम और पीएम मोदी ने अपनी बात रखी, हमको बोलने नहीं दिया गया। सभी मुख्यमंत्री सिर्फ चुपचाप बैठे रहे, किसी ने कुछ नहीं कहा। हमको वैक्सीन की डिमांड रखनी थी, लेकिन बोलने ही नहीं दिया गया। टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि, यदि राज्यों को बोलने की अनुमति नहीं थी तो उन्हें क्यों बुलाया गया। बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने को लेकर सभी मुख्यमंत्रियों को विरोध करना चाहिए।