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UP Election: अवध और पूर्वांचल तक पहुंचा यूपी चुनाव का दौर तो सपा के नेता लगे राम का नाम जपने, पार्टी के मुस्लिम प्रत्याशी ने बताया खुद को भगवान राम का वंशज

नई दिल्ली। यूपी में वोटिंग पहले तीन दौर के मतदान के बाद अब अगले चार दौर अवध और पूर्वांचल में होने जा रहे हैं। ऐसे में सपा के नेता अपनी भाषा बदलते नजर आ रहे हैं। पहले के तीन दौर में जहां सपा के नेता बीजेपी पर आरोपों की बौछार करने में जुटे थे, वहीं, …

नई दिल्ली। यूपी में वोटिंग पहले तीन दौर के मतदान के बाद अब अगले चार दौर अवध और पूर्वांचल में होने जा रहे हैं। ऐसे में सपा के नेता अपनी भाषा बदलते नजर आ रहे हैं। पहले के तीन दौर में जहां सपा के नेता बीजेपी पर आरोपों की बौछार करने में जुटे थे, वहीं, अब वे भगवान राम का नाम लेते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही नजारा वाराणसी में दिखा। जहां वाराणसी उत्तरी सीट के सपा उम्मीदवार अशफाक डब्लू खुद को भगवान राम का वंशज बताते नजर आए। अशफाक ने रिपोर्टर के सवाल पर कहा कि हम भी जय श्रीराम कहते हैं।

बता दें कि वाराणसी में छठे दौर में चुनाव होने हैं और ये पीएम नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट है। अवध और पूर्वांचल के हिस्सों में अयोध्या का राम मंदिर हमेशा बड़ा मुद्दा रहा है। राम मंदिर बनने का काम जारी है और बीजेपी इस मुद्दे को भी लेकर चुनावी मैदान में उतरी है। बीजेपी लगातार कह रही है कि अगर उसकी सरकार की जगह सपा की सरकार बन गई, तो अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भी बंद हो सकता है। ऐसे में सपा के नेता और उम्मीदवार अब खुद को रामभक्त बताने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। यहां तक कि अशफाक जैसे मुसलमान भी कह रहे हैं कि वे राम के वंशज हैं।

आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी पर राम का विरोधी और मुसलमानों का खैरख्वाह होने के आरोप लगते रहे हैं। इसकी वजह ये है कि साल 1990 में यूपी के तत्कालीन सीएम रहते हुए सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कारसेवकों पर गोली चलवा दी थी। इसके अलावा मुलायम ने सीएम रहते मुस्लिम समुदाय को खुश करने के लिए उर्दू अनुवादकों की भर्ती की थी और सभी सरकारी नेम प्लेट पर अंग्रेजी हटाकर नामों को हिंदी के साथ उर्दू में लिखवाने की शुरुआत भी कराई थी। मुलायम को इतना बड़ा मुसलमान हितैषी समझा जाता रहा है कि बीजेपी के नेताओं ने उन्हें मुल्ला मुलायम तक कहना शुरू कर दिया था।