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Video: गुरुद्वारे में कथावाचक ने PM मोदी को दी गाली, सरकार के खिलाफ सिखों को उकसाया

UP: आगे सिखों के लिए दुर्भाग्य की बात बताते हुए पंजाबी उपदेशक ने कहा कि सिखों के लिए दुर्भाग्य की बात है कि वो जीत का स्वागत फूलों से करते हैं। दूसरी ओर तालिबान है जो अपने अधिकार के लिए हथियार उठा लिया है। पंजाबी उपदेशक ने एक वीडियो को लेकर कहा, ‘एक वीडियो लीक हो गया, जिसमें अफगान संसद में प्रवेश करने से पहले तालिब अपने हथियारों की पूजा करते नजर आए।’

नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर पंजाब के गोइंदवाल के रहने वाले कथावाचक भाई दविंदर सिंह (सोनू वीर जी) का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वायरल हो रहे वीडियो में दविंदर सिंह ने प्रधानमंत्री को लेकर अभद्र टिप्पणी की साथ ही तालिबान की प्रशंसा भी करते नजर आए।  बता दें, दविंदर सिंह ने 30 अगस्त 2021 को उत्तर प्रदेश में खीरी, महिंगापुर स्थित गुरुद्वारा नानक पियाओ में कहा, तालिबान का उदाहरण देते हुए दविंदर सिंह ने आगे कहा कि मोदी सरकार से सिख यही गुजारिश कर रहे हैं कि उन्हें प्रताड़ित न करें। सिख उपदेशक ने कहा, “लेकिन कब तक? मैं आपको पहले भी कह चुका हूँ कि अगर कोई कुत्ता पागल हो जाए तो उसे मारने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता। यह आप पर निर्भर करता है कि आप उस कुत्ते को वोट की ताकत से मारते हैं या आंदोलन की ताकत से, लेकिन आपको उसे कुत्ते को मारना है।”

दविंदर सिंह

दविंदर सिंह ने कहा, “कुछ गोरे लोग अफगानिस्तान में सेना ले आए। उस समय तालिबान के 52 सिंह थे। अब आप पूछेंगे कि मैं उन्हें सिख क्यों कह रहा हूँ तो मैं उन्हें इसलिए सिख कह रहा हूँ, क्योंकि अगर कोई इंसान मर्दानगी दिखाने वाले अपने हक के लिए जंग लड़ रहा हो, जो किसी का गुलामी सहने के लिए राजी नहीं है? तो कौन हैं ये?”

इसके आगे उन्होंने कहा, “जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने हमला किया तो बुद्धिमान लोग ही अपने अधिकारों के लिए लड़े। वो संख्या में केवल 52 थे। ये हमारा दुर्भाग्य ही है कि हमारे 11 साल के बच्चों की माएं अपने बच्चों के बाल कटवा देती हैं। न केवल लड़के बल्कि लड़कियां भी अपने बालों को कटवा रही हैं। आगे तालिबान की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि तालिबान ने अपने 11 साल के बच्चों के हाथ में लोडेड पिस्टल दे दी। जब बच्चों ने उन्होंने ये सवाल किया कि अगर कोई उनके घर में घुसे तो वे क्या करेंगे। जिसपर उनके अम्मी-अब्बू ने उन्हें घुसपैठियों को गोली ये भूनने के लिए कहा। उन्होंने 52 के समूह के साथ शुरुआत की और अब उन्होंने 75,000 पुरुषों के साथ 2,75,000 अमेरिकी सैनिकों को हार का मुंह दिखाया। यह हथियारों की ताकत है।”

जीत का स्वागत फूलों से ये सिखों के लिए दुर्भाग्य

आगे सिखों के लिए दुर्भाग्य की बात बताते हुए पंजाबी उपदेशक ने कहा कि सिखों के लिए दुर्भाग्य की बात है कि वो जीत का स्वागत फूलों से करते हैं। दूसरी ओर तालिबान है जो अपने अधिकार के लिए हथियार उठा लिया है। पंजाबी उपदेशक ने एक वीडियो को लेकर कहा, ‘एक वीडियो लीक हो गया, जिसमें अफगान संसद में प्रवेश करने से पहले तालिब अपने हथियारों की पूजा करते नजर आए।’

Modi Cowin

गुरुद्वारों से फैलाई जा रहीं फर्जी सूचनाएँ

हालांकि ये पहली बार नहीं है जब किसी गुरुद्वारे का इस्तेमाल सिख युवाओं को कट्टरपंथी बनाने या केंद्र सरकार या कृषि कानूनों के बारे में गलत जानकारी फैलाने के लिए किया गया हो। इससे पहले दिसंबर 2020 में दिल्ली स्थित गुरुद्वारा बंगला साहिब के उपदेशक कथा वाचक बाबा बंता सिंह ने कृषि कानूनों को लेकर गलत सूचना फैलाई थी। उन्होंने कई ऐसे झूठे दावे किए थे, जो कि सरकार के बनाए कानूनों के बिल्कुल उल्टे थे।