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PM Narendra Modi Replied To Motion Of Thanks Discussion In Parliament : अर्बन नक्सल, जहर की राजनीति, झूठे नारे, शीशमहल, जकूज़ी…पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में विपक्ष को खूब सुनाया

PM Narendra Modi Replied To Motion Of Thanks Discussion In Parliament : बजट सत्र के चौथे दिन प्रधानमंत्री ने सदन में कहा, जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन का सहारा लेते हैं उन्हें संसद में गरीबों के बारे में बात करना बोरिंग ही लगेगा। मोदी ने बिना नाम लिए अरविंद केजरीवाल और उनके शीशमहल पर कहा, कुछ नेताओं का ध्यान घरों में जकूज़ी और स्टाइलिश शावर पर है, लेकिन हमारा ध्यान हर घर तक पानी पहुंचाने पर है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का आज जवाब दिया। उन्होंने कहा, मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है कि देश की जनता ने मुझे 14वीं बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर आभार व्यक्त करने का अवसर दिया है। मैं आज जनता जनार्दन का भी आदर के साथ आभार व्यक्त करना चाहता हूं। इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अपमान पर निशाना साधा। साथ ही मोदी ने अर्बन नक्सल, जहर की राजनीति, झूठे नारे, शीशमहल, जकूज़ी, गरीबों की झोपड़ी में फोटो सेशन समेत तमाम बातों पर विपक्ष को खूब सुनाया।

बजट सत्र के चौथे दिन प्रधानमंत्री ने सदन में कहा, जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन का सहारा लेते हैं उन्हें संसद में गरीबों के बारे में बात करना बोरिंग ही लगेगा। मोदी ने कहा, अगर हम राष्ट्रपति के अभिभाषण का बारीकी से विश्लेषण करें, तो यह स्पष्ट है कि उन्होंने देश के अगले 25 वर्षों के भविष्य और एक विकसित भारत के निर्माण में एक नया विश्वास व्यक्त किया है। उनका भाषण विकसित भारत के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।

पीएम बोले, हमने गरीबों को झूठे नारे नहीं दिए, हमने असली विकास किया। गरीबों का दर्द, आम आदमी का संघर्ष, मध्यम वर्ग के सपने ऐसे ही समझ में नहीं आते, इसके लिए समर्पण की जरूरत होती है और मुझे यह कहते हुए खेद है कि कुछ लोगों में इसका अभाव है। मोदी ने बिना नाम लिए अरविंद केजरीवाल और उनके शीशमहल पर कहा, इन दिनों मीडिया और सोशल मीडिया पर तो और भी ज्यादा चर्चा हो रही है कि कुछ नेताओं का ध्यान घरों में जकूज़ी और स्टाइलिश शावर पर है, लेकिन हमारा ध्यान हर घर तक पानी पहुंचाने पर है। उन्होंने कहा, हमने जो कदम उठाए, उनसे लाखों करोड़ रुपए की बचत हुई, लेकिन हमने उस पैसे का इस्तेमाल ‘शीशमहल’ बनाने में नहीं किया। हमने उसका इस्तेमाल देश बनाने में किया।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, जब एक महिला को खुले में शौच करने के लिए मजबूर किया जाता है, तो वह कठिनाइयों को सहन करते हुए सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद ही जा सकती है। कुछ लोग इस संघर्ष को नहीं समझ सकते हैं। हमने हमारी बहनों और बेटियों की कठिनाइयों को आसान करते हुए 12 करोड़ से अधिक शौचालय बनवाए हैं। बरसात के मौसम में प्लास्टिक शीट वाली कच्ची छत के नीचे रहना कितना मुश्किल होता है, ऐसे पल आते हैं जब सपने हर पल कुचले जाते हैं, ये बात हर कोई नहीं समझ सकता। जिसने वह जीवन जीया है वह समझता है कि पक्की छत वाला घर पाने का क्या मतलब होता है। अब तक बीजेपी सरकार गरीबों को चार करोड़ पक्के घर दे चुकी है।

प्रधानमंत्री ने कहा, हम संविधान की भावना से जीते हैं, जहर की राजनीति का सहारा नहीं लेते। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग आज खुलेआम शहरी नक्सलियों की भाषा बोल रहे हैं-भारतीय राज्य को चुनौती दे रहे हैं और इसके खिलाफ लड़ाई की घोषणा कर रहे हैं। जो लोग यह भाषा बोलते हैं वे न तो संविधान को समझते हैं और न ही देश की एकता को समझते हैं।