नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच कांग्रेसी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने मंदिरों में रखे सोने पर एक ऐसा बयान दिया है कि अब उन्हें संतों का विरोध झेलना पड़ रहा है। दरअसल चव्हाण ने 13 मई को एक ट्वीट करते हुए कहा था कि, ‘देश में धार्मिक ट्रस्टों के पास एक ट्रिलियन डॉलर का सोना पड़ा हुआ है। सरकार को कोरोना संकट से निपटने के लिए इस सोने का तुरंत इस्तेमाल करना चाहिए। इस आपातकालीन स्थिति में सोने को कम ब्याज दर पर सोने के बॉन्ड के माध्यम से उधार लिया जा सकता है।’
कांग्रेसी नेता के इस बयान के संत समाज ने उनकी आलोचना की है। विरोध यही खत्म नहीं होता, बल्कि द्वादश ज्योतिर्लिंग में सर्वोपरि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत परिवार ने कड़ा फैसला लिया है। महंत परिवार ने पृथ्वीराज चव्हाण और उनके परिवार का प्रवेश काशी विश्वनाथ मंदिर में वर्जित कर दिया है। इसके अलावा देश के अन्य ज्योतिर्लिंग के पुजारियों से आग्रह किया है कि वह ऐसा ही करें। काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत ने पृथ्वीराज चव्हाण को मानसिक रूप से विक्षिप्त भी बता डाला है।
चव्हाण द्वारा दिए गए बयान पर वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉक्टर कुलपति तिवारी ने कहा, ‘पृथ्वीराज का वक्तव्य सुनकर मैं हतप्रभ हूं। यह कांग्रेस की सरकार थी जब काशी विश्वनाथ मंदिर में चोरी कराकर इन लोगों ने अधिग्रहण करा लिया।’ डॉक्टर कुलपति तिवारी ने कहा कि 1983 में काशी विश्वनाथ मंदिर में हुई चोरी में कांग्रेस मुख्य भूमिका में रही है। पृथ्वीराज चव्हाण अवसाद ग्रस्त हैं, वे मानसिक संतुलन खो चुके हैं या पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं। मंदिर में भक्तों के चढ़ाए हुए दान, पुण्य और फल सरकार नहीं लेती है।
कुलपति तिवारी ने कहा कि उन्होंने यह निर्णय लिया है कि पृथ्वीराज चव्हाण और उनके परिवार को विश्वनाथ मंदिर में कतई प्रवेश करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं कदापि इनका मंदिर में प्रवेश होने नहीं दूंगा और न केवल अपने जीवन काल में ही बल्कि आगे की पीढ़ियों के लिए भी लिख जाऊंगा ताकि पृथ्वीराज चव्हाण और इनका परिवार विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश न करने पाए।
पृथ्वीराज का विरोध भाजपा की तरफ से भी किया गया है। बीजेपी के पूर्व लोकसभा सांसद किरीट सोमैया ने पृथ्वीराज से सवाल किया है कि क्या सोनिया गांधी ने उनसे ये मांग करने के लिए कहा है तो पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस नेताओं की तुलना मुगल आक्रमणकारियों से कर दी।
किरीट सोमैया ने ट्वीट कर कहा, ‘पृथ्वीराज चव्हाण ने मांग की है कि सरकार को मंदिरों में रखे सोने का संकट के समय इस्तेमाल करना चाहिए। मैं पृथ्वीराज चव्हाण से पूछना चाहता हूं कि क्या सोनिया गांधी ने आपसे ये मांग करने के लिए कहा है? क्या यह कांग्रेस का रुख है? क्या यह मांग कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की है?’
Prithviraj Chavan has asked Government of India must take over gold of All Mandirs. Will he clarify Whether Sonia Gandhi ji, Congress, Congress ruled State Governments/Chief Ministers have supported his demand?? @Dev_Fadnavis @BJP4Maharashtra @ChDadaPatil pic.twitter.com/NVETUh7bI0
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) May 14, 2020
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस और मुगल आक्रमणकारी में कोई अंतर है। मुगलों ने मंदिर को लूटा साथ ही ईस्ट इंडिया कंपनी और सोनिया की कांग्रेस में भी कोई ज्यादा अंतर नहीं है, क्योंकि इन दोनों ने भारत की धन और संपत्ती को लूटा। कांग्रेस हिंदूओं से नफरत करती है.’