नई दिल्ली। घर में रखी हर छोटी-बड़ी चीजों का हमारे जीवन पर अच्छा या फिर बुरा असर पड़ता है। कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो घर में सुख-समृद्धि लाने का काम करती है तो कई चीजें ऐसी भी होती है जो घर में आने के बाद नकारात्मकता का प्रसार करती है। इससे व्यक्ति के जीवन पर भी असर पड़ता है। ऐसे में घर में लाई जाने वाली चीजों को वास्तु के हिसाब से ही लाया जाता है। तो चलिए जानते हैं कौन सी वो चीजें हैं, जिन्हें घर में लाने से कंगाली आ सकती है।
पुराने अखबार
ज्यादातर लोग अपने घरों में पुराने अखबार को जमा करके रखते हैं और बाद में एक साथ कई महीने में फैंकते या बेचते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि अखबार की रद्दी का ये ढेर घर में एक नहीं कई परेशानियों को लेकर आता है। इससे न सिर्फ घर में गंदगी बढ़ती है बल्कि कीड़े-मकोड़ों के पनपने का भी खतरा रहता है। एक तरह से देखा जाए तो ये घर में नेगेटिव एनर्जी पैदा करने का काम करता है।
पुराने खराब पड़े ताले
आम तौर पर ये चीज सभी के घरों में होती है लेकिन वास्तु में इसे अशुभ माना जाता है। कहा जाता है जैसे अच्छा ताला किस्मत खोलने का प्रतीक होता है उसी तरह बंद या फिर खराब ताला घर में रहने से परिवार वालों के लिए दुर्भाग्य लाता है।
पुराने-फटे हुए कपड़े
वास्तु में कपड़ो का संबंध सीधे भाग्य से जुड़ा होता है ऐसे में घर में जरूरी कपड़ों को ही रखना चाहिए। उन कपड़ो को हटा या फिर दे देना चाहिए जो इस्तेमाल नहीं किए जा रहे हैं। कहा जाता है पुराने कपड़े करियर में रूकावट लाने का काम करते हैं।
बंद घड़ियां
जिस तरह घड़ी की सुइंया समय को आगे ले जाती है, लोगों को भी जीवन में आगे में बढ़ने में सहायक होती है। उसी तरह बंद घंड़ियां लोगों की किस्मत को भी रोक देती है। इससे लोगों के जीवन में बुरा समय बना रहता है। ऐसे में घर में बंद घड़ियां रखने से बचें।
खराब जूते-चप्पल
वास्तुशास्त्र में जूते-चप्पल को संघर्ष से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में अगर आप अपने जीवन में संघर्ष कम करना चाहते हैं तो जूते-चप्पल ठीक रखें। आपको कभी भी घर में पुराने, फटे या खराब हो चुके जूते चप्पलों को नहीं रखना चाहिए। वरना आपको हर छोटे-बड़े काम के लिए कठिन मेहनत करनी पड़ेगी।
पुरानी मूर्तियां और चित्र
घर में खुशहाली और सकारत्मक वातावरण बनाएं रखने के लिए पुरानी हो चुकी देवी-देवताओं की मूर्तियां और चित्रों को हटा देना चाहिए। इन्हें समय-समय पर बदलते रहना चाहिए। इन्हें या तो जमीन में दबा देना चाहिए नहीं तो जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।