
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सचिन पायलट आज जयपुर में एक दिन का अनशन करने वाले हैं। उनका आरोप है कि सीएम अशोक गहलोत ने पूर्व की वसुंधरा राजे सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई नहीं की। सचिन के अनशन पर कांग्रेस के भीतर अलग-अलग सुर सुनाई दे रहे हैं। वहीं, विपक्षी बीजेपी इस मामले में तंज कस रही है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सचिन पायलट के समर्थन में बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि सचिन पायलट ने कोई लक्ष्मण रेखा पार नहीं की है। इसे सरकार के खिलाफ विरोध नहीं माना जा सकता। सिंहदेव ने कहा है कि वसुंधरा राजे के खिलाफ जांच होनी चाहिए।
राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी सचिन का समर्थन किया है। खाचरियावास ने कहा है कि सरकार की जिम्मेदारी है कि विपक्ष में रहते कांग्रेस ने जो मुद्दे उठाए थे, उनपर कार्रवाई करे। वहीं, राजस्थान की गहलोत सरकार में एक और मंत्री रामलाल जाट ने सचिन पायलट के अनशन का विरोध कर इसे पार्टी हितों के खिलाफ बताया है। रामलाल जाट ने कहा कि सीएम दीवार बनाते हैं, लेकिन एक व्यक्ति अपने गलत बयानों से इस दीवार को तोड़ देता है। ऐसे लोगों का समर्थन पार्टी कार्यकर्ता न करें। उधर, कांग्रेस के प्रवक्ता राशिद अल्वी ने इस मामले में पार्टी आलाकमान से कदम उठाने की अपील की है। अल्वी ने कहा कि राजस्थान में जल्द चुनाव होने हैं और जो हो रहा है, उसका पटाक्षेप जरूरी है। कुल मिलाकर कांग्रेस में ही सचिन पायलट के मुद्दे पर अलग अलग आवाजें उठती दिख रही हैं।
वहीं, बीजेपी इस मामले में कांग्रेस, पायलट और गहलोत पर तंज कस रही है। राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेता सतीश पूनिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस में कुर्सी की जंग मची है। सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान सरकार का इकबाल खत्म हो गया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस तो राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के नारों से ही जिंदा है।