ठाकुरनगर। साल 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन लोगों को नागरिकता देने संबंधी सीएए कानून को केंद्र की मोदी सरकार ने 2019 में तमाम हंगामे और दिल्ली में हिंसा के बीच संसद से पास कराया था, लेकिन इस सीएए कानून को अब तक लागू नहीं किया गया है। सरकार लगातार कह रही है कि सीएए के तहत नियम बनाए जा रहे हैं। हर संसद सत्र में सरकार इस कानून को लागू करने के लिए वक्त मांगती रही है। अब एक बार फिर सीएए को लेकर बंगाल में सियासत गरमा गई है। बंगाल में सियासत के गरमाने की वजह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी का बयान है। टेनी ने बंगाल के ठाकुरनगर में रविवार को कहा कि केंद्र की मोदी सरकार 2024 के मार्च तक सीएए कानून को हर हाल में लागू कर देगी। इसी पर टीएमसी की तरफ से प्रतिक्रिया आई है और कहा गया है कि बंगाल में इसे लागू नहीं होने दिया जाएगा।
#WATCH | On Citizenship (Amendment) Act (CAA), Union Minister of State (MoS) for Home Affairs Ajay Mishra Teni says, “This bill was passed in Lok Sabha on Dec 9, 2019. In Rajya Sabha, it was passed on Dec 11, 2019. On December 12 it was made an Act. On January 10, 2020, the Act… pic.twitter.com/SHZZO0C00S
— ANI (@ANI) November 27, 2023
ठाकुरनगर में बांग्लादेश छोड़कर आए हिंदू मतुआ समुदाय के लोग रहते हैं। उन्हीं के बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी पहुंचे थे। वहां उन्होंने कहा कि 30 मार्च तक सीएए का मसौदा यानी नियम कायदे तैयार होने की उम्मीद है। इसके बाद इसे लागू किया जाएगा। मतुआ समुदाय की सभा में टेनी ने कहा कि कुछ मुद्दों को सुलझाया जा रहा है। सीएए को लागू करने की प्रक्रिया तेज हुई है। उन्होंने ये भी कहा कि बंगाल में बसे मतुआ समुदाय के लोगों से नागरिकता का अधिकार कोई नहीं छीन सकता। टेनी के साथ इस सभा में बीजेपी के स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर भी थे। वो मतुआ समुदाय के गुरु ठाकुर परिवार के ही सदस्य हैं। मतुआ समुदाय की सभा में अजय मिश्र ने ये भी कहा कि ऐसे भी राजनीतिक दल हैं, जिन्होंने सीएए पास होने पर हिंसा की और सुप्रीम कोर्ट भी गए। फिर भी हमारा वादा है कि सीएए को हर हाल में लागू किया जाएगा।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के सीएए लागू करने और मतुआ समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता हर हाल में देने के एलान के बाद बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने कहा कि सिर्फ चुनाव के वक्त बीजेपी को सीएए और मतुआ की याद आती है। शांतनु सेन ने कहा कि बीजेपी के झूठे दावे सबके सामने खुलकर आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सब लोग खारिज कर देंगे। टीएमसी सांसद ने कहा कि बंगाल में कभी भी मोदी सरकार सीएए लागू नहीं कर सकेगी। इससे पहले कई बार टीएमसी सुप्रीमो और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी कह चुकी हैं कि वो अपने राज्य में सीएए लागू नहीं होने देंगी। ममता के इस बयान को बीजेपी तुष्टिकरण की नीति बताकर पलटवार करती रही है।