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क्या है ‘बेअदबी’? क्या है इससे जुड़ा कानून और अब तक कितने लोगों पर हुई है कार्रवाई? जानिये सबकुछ

Punjab: सिख धर्म में आखिरी गुरू गुरू गोविंद सिंह के बाद गुरू ग्रंथ साहिब को ही जीवित गुरू माना गया है और इसलिए इससे संबंधित हर चीज पवित्र है। अब इससे जुड़ी हर चीज का असम्मान बेअदबी माना जाता है और इसे सबसे बड़ा अपराध माना जाता है। इस अपराध के लिए किसी को भी क्षमा नहीं है। कहा जाता है सिखों के सातवें गुरु- गुरु हरराय ने अपने बेटे राम राय का ही बहिष्कार कर दिया था, जो कि अपने पिता के उत्तराधिकारी बनने के दावेदार थे।

बेअदबी का मतलब किसी भी धार्मिक वस्तु के साथ छेड़छाड़ करना या उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करना। सिख धर्म में धार्मिक वस्तुएं जैसे गुरु ग्रंथ साहिब, निशान साहिब समेत पगड़ी, कृपाण या धार्मिक चीजों का असम्मान, उनके साथ छेड़छोड़ या उन्हे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करना बेअदबी कहा जाता है। इसके अंग्रेजी में Sacrilege कहा जाता है। सीधे शब्दों में किसी भी वस्तु आदि से छेड़छाड़ करना बेअदबी है, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हो।
दरअसल, सिख धर्म में आखिरी गुरू गुरू गोविंद सिंह के बाद गुरू ग्रंथ साहिब को ही जीवित गुरू माना गया है और इसलिए इससे संबंधित हर चीज पवित्र है। अब इससे जुड़ी हर चीज का असम्मान बेअदबी माना जाता है और इसे सबसे बड़ा अपराध माना जाता है। इस अपराध के लिए किसी को भी क्षमा नहीं है। कहा जाता है सिखों के सातवें गुरु- गुरु हरराय ने अपने बेटे राम राय का ही बहिष्कार कर दिया था, जो कि अपने पिता के उत्तराधिकारी बनने के दावेदार थे। इसकी वजह यह थी कि राम राय ने मुगल शासक औरंगजेब को खुश करने के लिए गुरु ग्रंथ साहिब के कुछ वाक्यों से छेड़छाड़ कर उसके शब्द बदल दिए थे।

Bangla Sahib Gurudwara
क्या है पूरा मामला? (कपूरथला)

कपूरथला बेअदबी मामले में बड़ा दावा: पटना की रहने वाली महिला बोली- मरने वाला मेरा भाई, पंजाब पुलिस को फोटो और डॉक्युमेंट भेजे

कपूरथला के गांव निजामपुर पुलिस चौकी के सामने स्थित गुरुद्वारा साहिब में लगे निशान साहिब की रविवार तड़के 4 बजे बेदअबी की कोशिश हुई। गुरुद्वारा साहिब में नितनेम करने पहुंची संगत ने एक व्यक्ति को बेदअबी करते हुए देखा तथा उसे पकड़ कर उसकी पिटाई शुरू कर दी। पुलिस ने सिख जत्थेबंदियों के चंगुल से व्यक्ति को छुड़ाकर एक कमरे में बंद कर दिया लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने खिड़की तोड़कर पुलिस के सामने ही आरोपी को पीटकर मार डाला। पंजाब पुलिस ने यह खुलासा किया है। कपूरथला के SSP हरकमलप्रीत सिंह खख ने कहा कि अभी तक की जांच में यही सामने आया है कि युवक चोरी करने आया था। बेअदबी की कोशिश हुई ही नहीं। इसलिए जिन लोगों ने युवक को मारा है, उनके खिलाफ मर्डर का केस दर्ज किया जाएगा। पंजाब के कपूरथला में निशान साहिब की बेअदबी के शक में जिस युवक की हत्या की गई थी, उसकी पहचान का दावा किया गया है। बिहार के पटना की रहने वाली एक महिला का कहना है कि युवक उसका भाई अंकित था। उसने पंजाब पुलिस को कुछ डॉक्युमेंट भी भेजे हैं। महिला ने कहा है कि उसका भाई से संपर्क नहीं हो रहा है। पुलिस ने महिला को मारे गए आरोपी की तस्वीरें भेजी हैं। इसके बाद महिला से भी दस्तावेज मंगवाए गए। दोनों में शक्ल मिलाई गई। अब महिला परिवार वालों को साथ लेकर पंजाब पहुंचेगी, ताकि शव की शिनाख्त कर सकें। हालांकि अभी इसके बारे में पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा रहा। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। उससे पहले युवक की शिनाख्त के बारे में कुछ कहना मुमकिन नहीं है।

खुद किया पुलिस को फोन

घटना के बाद महिला ने खुद ही कपूरथला पुलिस को फोन किया था। उसने कहा कि मरने वाला उसका भाई है। उसने पुलिस को अपने भाई के आधार कार्ड, एनरोलमेंट की स्लिप भेजी है। इसके अलावा उसकी पुरानी तस्वीरें भी भेजी हैं। उसका भाई पंजाब कैसे और कब पहुंचा? इस बारे में पुलिस जांच कर रही है।

पाकिस्तान पर बढ़ रहा शक

पंजाब के ADGP लॉ एंड ऑर्डर ने सभी पुलिस कमिश्नरों और SSP को धर्मस्थलों की सुरक्षा पुख्ता करने का प्लान भेजा है। इसमें कहा गया है कि बेअदबी के बाद के माहौल को देखते हुए जिलों के पुलिस प्रमुख खुद सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करें। मतलब पंजाब में हालात तनावपूर्ण है। चंडीगढ़ से दिल्ली तक ये फिक्र बड़ी होती जा रही है। इस बीच सूत्रों के मुताबिक एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि चुनाव से पहले पाकिस्तान पंजाब में धार्मिक भावनाओं को भड़काने की हरकतें कर सकता है। हालांकि पंजाब की सीमा से लगे गांवों में पाकिस्तान की साजिशें कल रात भी देखी गई हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गुरदासपुर सेक्टर में रात करीब 11.30 बजे संदिग्ध ड्रोन देखा गया, जिस पर BSF की पेट्रोलिंग टीम ने 5 राउंड फायरिंग की। इसके बाद संदिग्ध ड्रोन पाकिस्तान की सीमा में वापस लौट गया। पंजाब में बेअदबी के मामले, एजेंसियों के इनपुट और पाकिस्तानी ड्रोन की टाइमिंग, इन तीनों बातों पर गौर करें और इनका तालमेल बिठाएं तो ये सवाल अपने आप उठने लगता है कि क्या पंजाब में बेअदबी के मामलों के पीछे पाकिस्तान की साजिश है? क्या चुनाव से पहले पाकिस्तान एक बार फिर पंजाब का माहौल बिगाड़ना चाहता है?

पंजाब चुनाव में माहौल खराब करना चाहता है ISI

बेअदबी की घटनाओं के बाद पंजाब की सियासी गलियां भी सवालों से सुलग रही हैं। पंजाब का माहौल कौन और क्यों बिगाड़ रहा है। इस सवाल ने सबकी फिक्र बढ़ा दी है। चंडीगढ़ से दिल्ली तक इस सवाल का जवाब तलाशा जा रहा है। चुनाव का मौका है और पड़ोस में पाकिस्तान जैसा मुल्क है, जो कभी हिंदुस्तान का भला नहीं चाहता। इस वजह से चिंता लाजिमी है। ये चिंता सिर्फ और सिर्फ मामले की जांच पूरी होने के बाद ही कम हो सकती है। हर कोई जानना चाह रहा है कि एक के बाद एक बेअदबी के दो मामलों के पीछे किसका हाथ है? चुनावी माहौल में इस पर सियासत भी गरमा रही है, लेकिन पंजाब मामलों के जानकार कहते हैं कि जब भी पंजाब में चुनाव होते हैं तब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के द्वारा पंजाब का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जाती है। अब संक्षेप में बेअदबी की उन घटनाओं का जिक्र कर लेते हैं, जिसके कारण पंजाब समेत दिल्ली तक की फिक्र बड़ी हो गई है।

ISI पंजाब विधानसभा चुनाव का उठाना चाहती है फायदा

चंडीगढ़ के गुरुद्वारों पर पुलिस का पहरा लगाया गया है। आम जनता से भी अलर्ट रहने को कहा गया है। धार्मिक स्थलों के आसपास शरारती तत्व दिखते ही फौरन पुलिस को सूचना देने को कहा गया है। अब समझिए कि ये टेंशन और फिक्र क्यों बड़ी होती जा रही है। दरअसल, 2 दिनों में अमृतसर और कपूरथला की घटना के बाद एजेंसियों से मिले इनपुट पाकिस्तान की ओर इशारा कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पंजाब विधानसभा चुनाव का फायदा उठाने की फिराक में है।
सूत्रों के मुताबिक ये इनपुट भी मिले हैं कि पंजाब में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने ड्रोन से टिफिन बम भी भेजे हैं, जिसकी एक खेप को अभी बरामद नहीं किया जा सका है। इससे पहले भी पिछले कुछ दिनों में पंजाब में पाकिस्तान की और से भेजे गए टिफिन बम और टारगेट किलिंग के लिए हथगोले और बड़ी मात्रा में पिस्टल और कारतूस भी बरामद किए जा चुके हैं।

BEadabi
क्या है कानून?
बेअदबी के मामलों को लेकर 2015 में एक बिल पास किया गया था, जिसमें IPC में नई 295AA धारा जोड़कर गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करने पर आजीवन कारावास का प्रावधान किया गया था। इसमें संशोधन भी किए गए और 2018 में कांग्रेस सरकार ने भी विधेयक पास किया, जिसमें आजीवन कारावास की बात कही गई है। हालांकि, अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है।

स्वर्ण मंदिर बेअदबी मामला : ‘हिंदू आतंकवाद’ का जिक्र कर चर्चा में आईं ब्रिटिश सिख सांसद, ट्रोल होने पर हटाया ट्वीट
ब्रिटेन की पहली सिख महिला सांसद प्रीत कौर गिल उस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का शिकार हो गईं, जिसे उन्होंने बाद में डिलीट कर दिया था। इस ट्वीट में उन्होंने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या के पीछे हिंदू आतंकवादी के होने का जिक्र किया था।

अनादर की घटना : बरगारी से स्वर्ण मंदिर, वाया सिंघू व घवड़ी-5 मुख्य कार्यक्रम
अक्टूबर 2015 की घटनाओं के बाद से पंजाब में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मुद्दा एक गर्म विषय रहा है। अक्टूबर 2015 में फरीदकोट के बुर्ज जवाहर सिंह वाला में गुरु ग्रंथ साहिब की अपवित्रता की घटना के बाद, हम सिंघू सीमा पर कथित अपवित्रता सहित 5 प्रमुख घटनाओं का उल्लेख कर रहे हैं।
2015 के दौरान अनादर की घटना के बाद न्याय के खिलाफ पुलिस बोर्ड से मांग कर रहे लोगों में दो लोगों की मौत हुई और कई लोग घायल हुए थे। बहबल कलां और कोटकपूरा गोलिकंद के नाम से मशहूर इन मामलों ने 2017 के विधानसभा चुनाव से जुड़े सभी मुद्दों को दरकिनार कर दिया है। अकाली दल को अपने 100 साल के इतिहास में सबसे खराब चुनावी प्रदर्शन के रूप में इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। अकाली दल पर अवमानना मामले में न्याय न करने का आरोप लगा, जिसका फायदा उठाते हुएकैप्टन ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया और सत्ता में हंसिल की।लेकिन अमरिंदेर सिंह भी अपना वादे पूरा नहीं कर पाए और इस मुद्दे ने उनकी कुर्सी छीन ली।2022 के चुनावों से ठीक पहले, दरबार साहिब औरकपूरथला के निजामपुर कीदोनों घटनाओं ने पंजाब की राजनीति में बेआदबी को एक केंद्रीय मुद्दा बना दिया।

6 साल में 5 बड़ी घटनाएं
इन घटनाओं के बारे में बात करने से पहले आइए जानते हैं पिछले 6 साल में हुई बेआदबी की घटनाएं जो समय-समय पर चर्चा का विषय रही हैं।
बरगड़ी अनादर और बहिबालकलां-कोटकपुरा गोलिकांडी

-1 जून 2015 को गुरु ग्रंथ साहिब का बीर कोटकपूरा के गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला से लापता हो गया था।
-25 सितंबर 2015को बरगारी में गुरुद्वारा साहिब के पास पोस्टर लगाकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था. पोस्टरों में दावा किया गया कि चोरी की सावरूपों में डेरा सिरसा का हाथ है और सिख संस्थानों को खुली तौर पर चुनौती दी गई।
-12 अक्टूबर 2015 -फरीदकोट के बरगारी गांव में गुरु ग्रंथ साहिब के अंग मिले।
-14 अक्टूबर 2015 -सिख समूहों ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और दोषियों की गिरफ्तारी को लेकर कोटकपूरा में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को भागने के लिए लोगों पर लाठी चार्ज किया। उसी दिन, बहबल कलां में सिखों और पुलिस के बीच संघर्ष में दो सिख युवकों कृष्ण भगवान सिंह और गुरजीत सिंह को पुलिस ने गोली मार दी थी।इस मामले के से जुड़े एक आरोपी मोहिंदर बिट्टू की जेल में ही कतल हो गया था।

घावड़ी बेआदबी कांड
26 जुलाई 2016 को 47 वर्षीय बलविंदर कौर की दिनदहाड़े दो मोटरसाइकिल सवारों ने हत्या कर दी थी। बलविंदर कौर पर लुधियाना के घवड़ी में गुरु ग्रंथ साहिब का अनादर करने का आरोप लगाया गया था।पुलिस ने मामले में संगरूर के अमरगढ़ के गुरप्रीत सिंह जगोवाल और पटियाला के निहाल सिंह को आरोपी बनाया था। बलविंदर कौर पर घवड़ी में गुरुद्वारा साहिब में गुरु ग्रंथ साहिब को अपवित्र करने का आरोप लगाया गया था।

गुरदासपुर बेआदबी कांड
1 से 2 जुलाई की शाम को गुरदासपुर में एक फौजी पर गुरुद्वारे का अपमान करने का आरोप लगा था। पुलिस ने उसे एक सीसीटीवी कैमरे में गुरुद्वारा ताहिल सिंह के पास जबरन मोटरसाइकिल पर सवार देखा।दीपक सिंह नाम के फौजी को ग्रंथी ने गुरुद्वारे में देखा, जिसने उसे बताया कि वह गलत बस स्टैंड पर बस से उतर गया था और गुरुद्वारे में पानी पीने आया था।ग्रंथी ने उसे तुरंत जाने के लिए कहा तो वह चला गया लेकिन बाद में कुछ और लोग आए और गुरुद्वारे के द्वार के सामने कुछ बाधाएं देखीं।जिसके बाद उन्होंने सिपाही को मोटरसाइकिल पर ढूंढा और उसे लाकर उसकी पिटाई कर दी।मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

gurudas pur beadabi
केसगढ़ साहिब बेआदबी मामला
13 सितंबर 2021- अकाल तख्त केसगढ़ साहिब आनंदपुर साहिब में लुधियाना निवासी परमजीत सिंह ने सिगरेट पीकर गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान किया, जिसे टास्क फोर्स ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। जवाबी कारवाई में लोगों ने आनंदपुर साहिब को पूरी तरह बंद कर दिया।

 सिंघु बॉर्डर पर लखबीर हत्याकांड
किसान आंदोलन के समर्थन में सिंघु सीमा पर बैठे कुछ निहंगों ने 15 अक्टूबर 2021 को तरनतारन जिले के लखबीर सिंह नाम के व्यक्ति की हत्या कर दी थी। लखबीर सिंह पर निहंगों ने सरबलो ग्रंथ का अनादर करने का आरोप लगाया था।उनका पैर और हाथ काट दिया गया था और उन्हें एक बैरिकेड से लटका दिया गया था और बाद में उनकी मृत्यु हो गई थी।इस मामले में 3 निहंगों ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया।

बरगाड़ी से जुड़े मामलों की जांच
बरगारी बेआदबी मामले में पहली एसआईटी का गठन तत्कालीन एडीजीपी इकबाल प्रीत सिंह सहोता के नेतृत्व में किया गया था। फिर बरगारी बेआदबी मामले की जांच के लिए रणबीर सिंह खटरा की अध्यक्षता वाली एसआईटी को सौंप दी गई।

पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनते ही बरगाड़ी मामले की जांच कुंवर विजय प्रताप को सौंप दी गई।कुंवर विजय प्रताप सिंह की अध्यक्षता वाली एसआईटी ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया।फिलहाल विशेष जांच दल का नेतृत्व आईजी सुरिंदर पाल सिंह परमार कर रहे हैं और एसआईटी ने रोहतक की सुनारिया जेल में बंद कैदी गुरमीत राम रहीम से छह घंटे तक पूछताछ की। उसके बाद आईजी परमार ने मीडिया में बयान दिया कि बेआदबी की तमाम घटनाओं के पीछे राम रहीम के अपमान का बदला मुख्य कारण है। दो आयोग भी बने – न्यायमूर्ति जोरा सिंह आयोग और न्यायमूर्ति रंजीत सिंह आयोग।इससे पहले सीबीआई ने भी मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी।

gurudwara
अभद्रता के मामले में कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया?
एसआईटी ने मुख्य आरोपी के रूप में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सहित 12 लोगों को नामित किया था और 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।इनमें से एक कोटकपूरा का महेंद्रपाल बिट्टू है जो नाभा जेल में मारा गया था और एक आरोपी भगोड़ा है। इनमें से एक कोटकपूरा का महेंद्रपाल बिट्टू है जो नाभा जेल में मारा गया था और एक आरोपी भगोड़ा है। इनमें से एक कोटकपूरा का महेंद्रपाल बिट्टू है जो नाभा जेल में मारा गया था और एक आरोपी भगोड़ा है।

बेआदबी के ताजा मामले क्या हैं?

18 दिसंबर, 2021 -गुरु ग्रंथ साहिब को अपवित्र करने की कोशिश करने वाले एक व्यक्ति को स्वर्ण मंदिर में रहीरस साहिब का पाठ करते हुए कुछ लोगों ने पीटा।पुलिस ने आरोपी की मौत की पुष्टि की। अकाल तख्त जत्थेदार और एसजीपीसी ने इस घटना को एक बड़ी साजिश और सिख समुदाय पर हमला करार दिया।
19 दिसंबर, 2021 -कपूरथला के निजामपुर गांव में गुरुद्वारा साहिब के अंदर एक व्यक्ति पर निशान साहिब को अपवित्र करने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया, जिसकी पुलिस ने पुष्टि नहीं की।ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़ लिया और पुलिस के सामने पीट-पीट कर मार डाला। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।