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Qatar: कतर में बंद पूर्व नौसैनिकों को मिली राहत, तो सोशल मीडिया पर लोगों ने दी ऐसी प्रतिक्रिया

Qatar: साल 2022 में जासूसी के आरोप में पूर्व भारतीय नौसैनिकों को कतर की अदालत में फांसी की सजा सुनाई थी, जिस पर भारत ने विरोध दर्ज कराया था। इतना ही नहीं, इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी को सवालों के कठघरे में भी खड़ा किया था। उधर, केंद्र सरकार ने बयान जारी कर स्पष्ट कर दिया था कि हम अपने पूर्व सैनिकों को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

नई दिल्ली। कतर की जेल में बंद पूर्व नौसैनिकों को भारतीय विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद बड़ी राहत मिली है। सभी पूर्वसैनिकों को मिली फांसी की सजा पर रोक लगाकर उसे उम्रकैद में तब्दील कर दिया गया है, लेकिन अभी तक रिहाई का रास्ता मुकम्मल नहीं हो पाया है। हालांकि, भारत सरकार की ओर से कोशिशें जारी हैं। बीते दिनों इसी सिलसिले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कतर की अदालत में अपील दायर कर ली थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया था। वहीं, बीते दिनों कॉप-28 सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे पीएम मोदी की शेख से भी मुलाकात हुई थी। जिसे कतर की जेल में बंद पूर्व नौसैनिकों के लिए राहत के संकेत के रूप में रेखांकित किया गया था।

उधर, इस संदर्भ में भारतीय विदेश मंत्रालय का भी बयान सामने आया है, जिसमें कहा गया है कि “हमने दहरा ग्लोबल मामले में कतर की अपील अदालत के आज के फैसले पर गौर किया है, जिसमें सजाएं कम कर दी गई हैं…विस्तृत फैसले की प्रतीक्षा है…कतर में हमारे राजदूत और अन्य अधिकारी उपस्थित थे आज अपील की अदालत, परिवार के सदस्यों के साथ। हम मामले की शुरुआत से ही उनके साथ खड़े हैं और हम सभी कांसुलर और कानूनी सहायता देना जारी रखेंगे। हम इस मामले को कतरी अधिकारियों के साथ भी उठाना जारी रखेंगे।”‘

आपको बता दें कि साल 2022 में जासूसी के आरोप में पूर्व भारतीय नौसैनिकों को कतर की अदालत में फांसी की सजा सुनाई थी, जिस पर भारत ने विरोध दर्ज कराया था। इतना ही नहीं, इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी को सवालों के कठघरे में भी खड़ा किया था। उधर, केंद्र सरकार ने बयान जारी कर स्पष्ट कर दिया था कि हम अपने पूर्व सैनिकों को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। सनद रहे कि ये सभी पूर्व नौसैनिक कतर की एक निजी कंपनी में काम करते थे, लेकिन इनके ऊपर जासूसी का आरोप लगालकर इन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया गया है। पिछले डेढ सालों से सभी पूर्व सैनिक सलाखों के पीछे हैं। उधर, पूर्व नौसैनिकों को मिली इस राहत के बदा सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। आइए आगे आपको कुछ ऐसी प्रतिक्रियाओं के बारे में विस्तार से बताते हैं।