नई दिल्ली। वैसे तो राजनीति का शिक्षा के साथ कोई लेना-देना नहीं होता लेकिन जब कोई शिक्षक जबरदस्ती इसमें राजनीति करने लगे तो उसे आप क्या कहेंगे। सोशल मीडिया पर बीते दो दिनों से ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म Unacademy लगातार ट्रेंड कर रहा है। वजह है कि अनएकेडमी ने अपने एक टीचर करण सांगवान को निकाल दिया है। करण सांगवान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था जिसमें वो अपने छात्रों पढ़े-लिखे लोगों को वोट देने की अपील करते हुए नजर आ रहे हैं। अब भई शिक्षक का काम तो शिक्षा देने का होता है वो अपने छात्रों से ये कैसे कह सकता है कि आप इसे वोट दें और इसे न दें। ये फैसला तो छात्रों को खुद अपने विवेक से लेना होता है। अब इसी कारण Unacademy ट्रेंड हो रहा है। तो आखिर कौन हैं करण सांगवान और क्या है उनसे जुड़ा ये पूरा विवाद जानते हैं इस खबर में…
We are an education platform that is deeply committed to imparting quality education. To do this we have in place a strict Code of Conduct for all our educators with the intention of ensuring that our learners have access to unbiased knowledge.
Our learners are at the centre of…
— Unacademy (@unacademy) August 17, 2023
क्या है अनएकेडमी का पूरा विवाद
दरअसल, करण सांगवान जो कि अनएकेडमी में पढ़ाते हैं उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा था। इस वीडियो में वो छात्रों को पढ़ाते हुए कह रहे थे कि जब भी अगली बार आप वोट देने जाओगे तो एक पढ़े लिखे व्यक्ती के चुनना, जो कि चीजें समझता हो और सही फैसले लेना जानता है। ऐसे व्यक्ति को अपना वोट मत देना जो कि बस नाम बदलना जानता हो।
Unacademy का मोदी विरोधी एजेंडा… शिक्षा के नाम पर परोसी जा रही मोदी से नफरत
ये #Unacademy का शिक्षक करन सांगवान है जो अपरोक्ष रूप से
– PM मोदी को अनपढ़ कह रहा है
– PM मोदी को वोट न देने की अपील कर रहा हैआपको PM मोदी पसंद नहीं हैं तो उनका विरोध करें लेकिन शिक्षा की आड़ में… pic.twitter.com/SslwAZPy3a
— Abhay Pratap Singh (बहुत सरल हूं) (@IAbhay_Pratap) August 13, 2023
वीडियो पर इसलिए हो रहा बवाल
करण सांगवान के वीडियो में पढ़े लिखे और नाम बदलने वाली बात पर ही पूरा बवाल हो रहा है। सोशल मीडिया पर यूजर्स नाम बदलने वाली बात का तंज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार से जोड़ रहे हैं क्योंकि बीते कुछ समय में इस सरकार के द्वारा कई जगहों और स्थानों के नामकरण किया गया है। यही वजह है कि एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में रहने वाले लोग करण सांगवान के खिलाफ गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। तो वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का उन्हें सपोर्ट मिल रहा है। सीएम केजरीवाल ने सांगवान को नौकरी से निकाले जाने पर नाराजगी जताई और कहा कि इस तरह से एक टीचर निकाला जाना गलत है…
क्या पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना अपराध है? यदि कोई अनपढ़ है, व्यक्तिगत तौर पर मैं उसका सम्मान करता हूँ। लेकिन जनप्रतिनिधि अनपढ़ नहीं हो सकते। ये साइंस और टेक्नोलॉजी का ज़माना है। 21वीं सदी के आधुनिक भारत का निर्माण अनपढ़ जनप्रतिनिधि कभी नहीं कर सकते। https://t.co/YPX4OCoRoZ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 17, 2023
कौन हैं करण सांगवान
बात करें करण सांगवान की तो वो हरियाणा के रहने वाले हैं और उन्होंने Criminal Laws में LLM किया हुआ है और 2020 से वो Unacademy में शिक्षा देने का काम कर रहे थे। अब जब वीडियो वाले विवाद में फंसने के बाद उनकी नौकरी गई है तो उन्होंने अपना एक यूट्यूब चैनल बनाया है। करण सांगवान का कहना है कि वो 19 अगस्त को वीडियो के जरिए इस मुद्दे पर विस्तार से बात करेंगे…