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Jhansi: कांग्रेस की मैराथन रैली में पहुंची लड़कियों ने क्यों लगाए ‘चीटिंग हुई है” के नारे, योगी-मोदी का नारा लगाने पर की गई अभद्रता

Jhansi: उत्तर प्रदेश कांग्रेस द्वारा “लड़की हूँ लड़ सकती हूँ” की तर्ज पर लड़कियों के लिए मैराथन का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रथम स्थान पाने वाली लड़की को स्कूटी, दूसरे स्थान वाली को स्मार्टफोन और तीसरे स्थान पर पहुंची लड़कियों के लिए फेटनेस हैंड बैंड दिए जाने थे। लेकिन कार्यक्रम शुरू होते ही मंच के सामने सैकड़ों छात्राएं पहुंच गईं और चीटिंग हुई के नारे लगाने लगी।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस द्वारा मैराथन का आयोजन किया गया था। इस मैराथन को ‘लड़की हूँ लड़ सकती हूँ’ नारे के साथ आयोजित किया गया था। झांसी में आयोजित इस मैराथन को पहले लखनऊ में आयोजित किया जाना था लेकिन कोरोना के चलत इजाजत नहीं मिली तो इसे झांसी में आयोजित किया गया। इस मैराथन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लड़कियां पहुंची थी। लेकिन इस मैराथन के खत्म होते-होते यहां चीटिंग हुई है, चीटिंग हुई है और मोदी-योगी के नारे गूंजने लगे। नाराज हुई लड़कियों के हंगामे के देखकर सभी नेता धीरे-धीरे कार्यक्रम से स्थल से खिसकते दिखाई दिए।

दरअसल उत्तर प्रदेश कांग्रेस द्वारा “लड़की हूँ लड़ सकती हूँ” की तर्ज पर लड़कियों के लिए मैराथन का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रथम स्थान पाने वाली लड़की को स्कूटी, दूसरे स्थान वाली को स्मार्टफोन और तीसरे स्थान पर पहुंची लड़कियों के लिए फेटनेस हैंड बैंड दिए जाने थे। लेकिन कार्यक्रम शुरू होते ही मंच के सामने सैकड़ों छात्राएं पहुंच गईं और चीटिंग हुई के नारे लगाने लगी। दरअसल कुछ बच्चियों ने आरोप लगाया कि मैराथन में गलत तरीके से विजेता चुना गया है। इसके बाद कहा गया कि उन्हें वीडियो दिखाया जायेगा लेकिन बच्चियों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।

मंच के पास पहुंचकर बच्चियों ने पहले ‘चीटिंग हुई है, चीटिंग हुई है’ के नारे लगाये लेकिन जब उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो मोदी और योगी के नारे लगाने लगे। वहीं विजेताओं को पुरष्कार देकर नेता धीरे से वहां से चलते बने। नेताओं के जाते ही लड़कियां मंच पर चढ़ गई और जमकर हंगामा किया।

वहीं इस कार्यक्रम का आयोजन पहले लखनऊ में होना था लेकिन कांग्रेस की तरफ से बिना किसी परमिशन के ही प्रचार करवा दिया गया था। बाद में प्रशासन ने जब अनुमति नहीं दी तो लड़कियां वापस अपने अपने घर चली गईं। लडकियों ने कहा कि हमें इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि इस कार्यक्रम के लिए प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई है।