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PM Narendra Modi Reiterated Resolve On Constitution Day : भारत की सुरक्षा को चुनौती देने वाले हर आतंकी संगठन को देंगे मुंहतोड़ जवाब, पीएम नरेंद्र मोदी ने दोहराया संकल्प

PM Narendra Modi Reiterated Resolve On Constitution Day : संविधान दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐसे समय में जब हम लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण उत्सव को मना रहे हैं, हम यह नहीं भूल सकते कि आज मुंबई में हुए आतंकी हमले की बरसी भी है। मैं इस हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मोदी बोले, संविधान में मिली शक्तियों की बदौलत ही आज जम्मू कश्मीर में भी पहली बार संविधान दिवस मनाया गया है।

नई दिल्ली। संविधान दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुप्रीम कोर्ट में अपने संबोधन में कहा, भारत के संविधान का ये 75वां साल पूरे देश के लिए एक असीम गौरव का विषय है। ऐसे समय में जब हम लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण उत्सव को मना रहे हैं, हम यह नहीं भूल सकते कि आज मुंबई में हुए आतंकी हमले की बरसी भी है। मैं इस हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं देश का संकल्प दोहराता हूं कि भारत की सुरक्षा को चुनौती देने वाले हर आतंकी संगठन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। मोदी ने कहा कि संविधान में मिली शक्तियों की बदौलत ही आज जम्मू कश्मीर में भी पहली बार संविधान दिवस मनाया गया है।

पीएम बोले, संविधान सभा की लंबी बहस के दौरान भारत के गणतांत्रिक भविष्य पर गंभीर चर्चाएं हुई थीं। आप सभी उस बहस से भली-भांति परिचित हैं। उस समय बाबा साहेब आंबेडकर ने कहा था कि ‘संविधान महज वकीलों का दस्तावेज नहीं है, इसकी आत्मा सदैव युग की आत्मा है।’ बाबा साहब जिस भावना की बात कहते थे, वह बहुत महत्वपूर्ण है। देश, काल, परिस्थिति के हिसाब से उचित निर्णय लेकर हम संविधान की समय समय पर व्याख्या कर सकें यह प्रावधान हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें दिया है।

मोदी ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा में अपने समापन भाषण में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने कहा था भारत को आज ईमानदार लोगों के एक समूह से ज़्यादा कुछ नहीं चाहिए, जो अपने हितों से आगे देश का हित रखेंगे। प्रधानमंत्री बोले, आप सभी जानते हैं कि हमारे संविधान की मूल प्रति में भी प्रभु श्री राम, माता सीता, हनुमान जी, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर, गुरु गोविंद सिंह जी सभी के चित्र हैं। भारत की संस्कृति के प्रतीक इन चित्रों को संविधान में इसलिए स्थान दिया गया ताकि वो हमें मानवीय मूल्य के प्रति सजग करते रहें।

नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत के भविष्य का मार्ग अब बड़े सपनों और बड़े संकल्पों की सिद्धी का है। आज हर देशवासी का एक ही सपना है विकसित भारत का निर्माण। बीते 75 वर्षों में देश के सामने जो भी चुनौतियां आई हैं हमारे संविधान हर उस चुनौती का समाधान करने के लिए उचित मार्ग दिखाया है। इस कालखंड में आपातकाल जैसा समय भी आया और हमारे संविधान ने लोकतंत्र के सामने आई इस चुनौती का भी सामना किया।