नई दिल्ली। पूर्वांचल के बाहुबली मुख्तार अंसारी की मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बांदा जेल अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद शव को घरवालों को सौंप दिया जाएगा। मुख्तार के शव को गाजीपुर के काली बाग कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा। उधर, यूपी की कासगंज जेल में बंद मुख्तार के बड़े बेटे अब्बास अंसारी ने पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए कोर्ट से पैरोल मांगी है। अब ऐसे में सवाल यह उठता है क्या मुख्तार अंसारी की मोस्ट वांटेड पत्नी अफशां अंसारी अब सामने आएगी, अपने पति को आखिरी बार देखने के लिए मुख्तार के जनाजे में शामिल होगी? मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी अफशां पर गंभीर धाराओं में 11 केस दर्ज हैं और तीन मामलों में वह मोस्ट वांटेड है। पुलिस ने अफशां पर 50 हजार का इनाम घोषित किया है। अफशां की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है।
अफशां शुरू से ही अपराध की दुनिया में सक्रिय नहीं रही। अफशां का 15 अक्टूबर 1989 को मुख्तार अंसारी के साथ निकाह हुआ। 2005 में मुख्तार अंसारी के जेल जाने के बाद अंसारी गैंग की कमान अफशां अंसारी ने संभाली और अपराध की दुनिया में यही उसका पहला कदम था। अफशां पर धोखाधड़ी, अवैध कारोबार, डराने और धमकाने समेत कई गंभीर आरोप हैं। मऊ के दक्षिण टोला में विकास कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी बनाकर एक जमीन खरीदी गई, जिसपर निर्माण करवाया गया। यह कंपनी पांच लोगों के नाम पर थी, जिसमें अफशां अंसारी का भी नाम था। जांच में पता चला कि यह जमीन अनुसूचित जाति के लोगों को दी गई थी, जिसकी जबरन रजिस्ट्री करवा ली गई। इस मामले में अफशां कोर्ट में भी नहीं पेश होती थी। इसके बाद उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया। इसी मुकदमे का आधार बनाते हुए 2022 में अफशां के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट लगा दिया गया। अफशां शुरू में एक आम महिला थी। हालांकि, अफशां का परिवार आपराधिक गतिविधियों से जु़ड़ा हुआ है। अफशां के भाई आतिफ रजा और अनवर शहजाद के ऊपर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज है।