
जयपुर। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने वाले हैं। वो अगर अध्यक्ष चुन लिए जाते हैं, तो सीएम पद छोड़ना होगा। इसी वजह से राजस्थान में कांग्रेस अभी से अगले सीएम के नाम को तय कराने में जुट गई है। कांग्रेस विधायक दल की आज जयपुर में बैठक होनी है। इस बैठक में आलाकमान यानी गांधी परिवार की तरफ से वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को बतौर पर्यवेक्षक भेजा गया है। बैठक में ये दोनों नेता विधायकों से सीएम पद के लिए उनकी पसंद के बारे में जानेंगे। सीएम गहलोत ने साफ कर दिया है कि अध्यक्ष चुने जाने पर वो सीएम पद छोड़ देंगे।
Hon’ble Congress President has appointed Sh.Mallikarjun Kharge as Observer along with Sh.Ajay Maken,Gen. Secretary AICC, Incharge of Rajasthan, to attend the meeting of Congress Legislature Party (CLP) of Rajasthan Legislative Assembly slated to be held on 25th September at 7 PM.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) September 24, 2022
आज होने वाली विधायक दल की बैठक से पहले पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट जोर आजमाइश में जुटे हैं। पिछले तीन दिन में सचिन पायलट ने कई विधायकों से मुलाकात की है। इन विधायकों में से कई गहलोत समर्थक भी हैं। सचिन ने राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी से भी बैठक की थी। हालांकि, कल ये चर्चा भी थी कि सीपी जोशी को ही गहलोत राजस्थान का अगला सीएम बनाना चाहते हैं। इसकी वजह ये है कि गहलोत और सचिन पायलट के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। 2020 में गहलोत के खिलाफ बगावत कर सचिन अपने समर्थक विधायकों के साथ काफी दिन तक हरियाणा के एक रिसॉर्ट में कोपभवन बनाकर बैठे थे। बाद में गांधी परिवार के हस्तक्षेप से मसला सुलझ सका था। हालांकि, तब सचिन को प्रदेश अध्यक्ष और डिप्टी सीएम दोनों पदों से हाथ भी धोना पड़ा था।
अशोक गहलोत की बात करें, तो वो अध्यक्ष पद का परचा भरने से पहले देवी-देवताओं के दर पर हाजिरी लगा रहे हैं। पिछले दिनों महाराष्ट्र के शिरडी में उन्होंने साईं बाबा के यहां माथा टेका था। आज वो जैसलमेर के प्रसिद्ध तनोट माता मंदिर जा रहे हैं। अध्यक्ष पद के लिए गहलोत के अलावा शशि थरूर भी मैदान में होंगे। थरूर ने परचे के 5 सेट लिए हैं। तीसरा नाम मनीष तिवारी का भी चल रहा है। हालांकि, मनीष ने अब तक इस बारे में खुलकर कुछ नहीं कहा है। 19 अक्टूबर को नए कांग्रेस अध्यक्ष के नाम का खुलासा होगा। 24 साल बाद कोई गैर गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बनेगा। नए कांग्रेस अध्यक्ष को 9000 प्रदेश कांग्रेस कमेटी और एआईसीसी डेलीगेट्स चुनेंगे।