नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक बार फिर अमेरिका और यूरोप के देशों को खरी-खरी कही है। जयशंकर ने शुक्रवार को टीवी चैनल ‘आजतक’ के कार्यक्रम में किसी देश का नाम तो नहीं लिया, लेकिन कहा कि अगर कोई भारत को सुनाएगा, तो उसे भी सुनना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि दुनिया अब बदल रही है। ग्लोबलाइजेशन का जमाना है। ऐसे में अलग-अलग पक्ष भी होंगे ही। जब एंकर ने जयशंकर से पहले कहा कि रूस से कच्चा तेल खरीदने के मसले पर पश्चिम देश भारत को सवालों के घेरे में ले रहे थे, तो आपने उन्हें लपेट लिया। इस पर जयशंकर ने कहा कि ये देश भारत की हालत, उसकी मजबूरी नहीं समझते। मैं उनको समझा रहा था।
यूरोप को दो टूक सुनाने वाले #viral बयान पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर का नया बयान… सुनिए क्या कहा?#sjaishankar #modi #ukraine #russia #europe #america #modi pic.twitter.com/t3vHWy366b
— Business Today बाज़ार (@BT_Bazaar) December 9, 2022
इसके बाद बात मानवाधिकारों की उठी। एंकर ने जयशंकर से कहा कि मानवाधिकारों पर भी पश्चिमी देश और अमेरिका लगातार भारत को ज्ञान देते हैं। इसी पर जयशंकर ने कहा कि ग्लोबलाइजेशन का जमान है। अब दुनिया बदल रही है। उन्होंने कहा कि मेरा सीधा कहना है कि अगर आपने कुछ कहा है, तो आपको सुनने के लिए भी तैयार रहना चाहिए। बता दें कि कुछ दिन पहले ही जयशंकर ने भारत के दौरे पर आईं जर्मनी की विदेश मंत्री के सामने ही यूरोपीय पत्रकार के सवाल के जवाब में भी पश्चिमी देशों और अमेरिका को आईना दिखा दिया था। तब भी सवाल रूस से कच्चे तेल की खरीद के बारे में पूछा गया था।
जयशंकर ने इससे पहले विदेश में कई बार यूरोपीय देशों को फटकार लगाई थी। दरअसल, यूक्रेन से रूस की जंग चल रही है। भारत सस्ते में रूस से कच्चा तेल खरीद रहा है। इसी पर अमेरिका और यूरोप के देश लगातार भारत को घेर रहे थे। वे सवाल उठा रहे थे कि एक तरफ भारत जंग को गलत बता रहा है, लेकिन कच्चा तेल खरीदकर रूस की मदद कर रहा है। इसी दुष्प्रचार का जवाब जयशंकर ने अमेरिका के दौरे पर भी दिया था। तबसे लेकर कई बार वो यूरोप और अमेरिका को उनकी ही रूस के कच्चे तेल, गैस और कोयले खरीद के आंकड़े दे चुके हैं।