नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रदेश में कोरोनावायरस से लड़ने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए अलग-अलग तरह के सुझाव देते रहते हैं। इस बार भी सीएम योगी ने लोगों से कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए ‘एसएमएस’ के प्रति जागरूक किए जाने पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि ‘एस’ अर्थात सोप/सेनिटाइजर, ‘एम’ अर्थात मास्क तथा ‘एस’अर्थात सोशल डिस्टेंसिंग कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने में अत्यन्त उपयोगी है। इसलिए जनता को इसे अपनाने के लिए निरन्तर जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब तक कोरोना की कोई कारगर दवा अथवा वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो जाती तब तक पूरी सतर्कता और सावधानी बरतना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिए कि फोकस टेस्टिंग करते हुए प्रतिदिन कोविड-19 के 1.50 लाख टेस्ट किए जाएं। उन्होंने आगामी पर्वों के दृष्टिगत विभिन्न कारोबारी समूहों के कोविड-19 के फोकस टेस्टिंग कार्य को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आगामी समय में डेंगू की सम्भावना के दृष्टिगत संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए कार्यवाही तेजी से जारी रखी जाए। उन्होंने कहा कि सेनिटाइजेशन तथा फॉगिंग का कार्य पूरी सक्रियता से किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम को क्रियाशील रखते हुए लोगों को कोविड-19 तथा संचारी रोगों से बचाव की जानकारी दी जाए। उन्होंने जनपद कानपुर नगर, मेरठ, बस्ती तथा वाराणसी में कोविड-19 की रिकवरी दर को बेहतर करने के लिए उपचार व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कामगारों और श्रमिकों की सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा तथा उनके सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से राज्य सरकार ने ‘उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग’ गठित किया है। उन्होंने आगे कहा कि ‘मिशन शक्ति अभियान’के अन्तर्गत किए जा रहे जन-जागरूकता कार्यों के बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। इसके माध्यम से समाज में एक सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हो रहा है। इसलिए ‘मिशन शक्ति अभियान’ के तहत जागरूकता का कार्य 15 नवम्बर, 2020 तक जारी रखा जाए।