नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने डॉ कफील खान (Dr Kafeel Khan) पर बड़ी कार्रवाई की है। बता दें कि अगस्त 2017 में गोरखपुर (Gorakhpur) के बीआरडी मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) में ऑक्सीजन की कमी के चलते कई बच्चों की मौत हो गई थी। जिसके बाद डॉ कफील खान (Dr Kafeel Khan) सुर्खियों में आ गए थे। वहीं अब इस मामले में निलंबित चल रहे बाल रोग विशेषज्ञ डॉ कफील खान को यूपी सरकार ने बर्खास्त कर दिया है। डॉ कफील खान की बर्खास्तगी का फैसला उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन की मंजूरी के बाद लिया गया है। इसकी जानकारी चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने दी है। आलोक कुमार ने बताया कि जांच के बाद उन्हें दोषी पाया गया है। गौरतलब है कि कफील खान ने अपने निलंबन को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। इस बीच योगी सरकार ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है।
बता दें कि इससे पहले डॉ कफील खान अलीगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) को लेकर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि बाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कफील खान पर लगाए गए एनएसए को गलत बताते हुए 1 सितंबर 2020 को NSA को हटाते हुए तुरंत रिहाई के आदेश दे दिए थे।
डॉ. कफील खान की बर्खास्तगी पर प्रियंका गांधी का बयान
डॉ. कफील खान की बर्खास्तगी पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा की प्रतिक्रिया आई है। प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा, ”यूपी सरकार द्वारा डॉ. कफील खान की बर्खास्तगी दुर्भावना से प्रेरित है। नफरती एजेंडा से प्रेरित सरकार उनको प्रताड़ित करने के लिए ये सब कर रही है। लेकिन सरकार को ध्यान रखना चाहिए कि वो संविधान से ऊपर नहीं है। कांग्रेस पार्टी डॉ कफील की न्याय की लड़ाई में उनके साथ है और हमेशा रहेगी।”
उप्र सरकार द्वारा डॉ. कफील खान की बर्खास्तगी दुर्भावना से प्रेरित है। नफरती एजेंडा से प्रेरित सरकार उनको प्रताड़ित करने के लिए ये सब कर रही है।
लेकिन सरकार को ध्यान रखना चाहिए कि वो संविधान से ऊपर नहीं है। कांग्रेस पार्टी डॉ कफील की न्याय की लड़ाई में उनके साथ है और हमेशा रहेगी। pic.twitter.com/xidIyzv3sI
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 11, 2021
गौरतलब है कि इससे पहले बीआरडी मेडिकल कॉलेज के निलंबित बाल रोग विशेषज्ञ डॉ कफील खान ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी भी लिखा थी, जिसमें कफील खान ने निलंबन रद्द करने का अनुरोध किया था ताकि वह कोरोना रोगियों के इलाज के लिए अपनी चिकित्सा विशेषज्ञता का उपयोग कर सकें।