newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Yogendra Upadhyay: शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता की मां के साथ फोटो खिंचवाने पर घिरे योगी सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय की आई सफाई

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के राजौरी मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए शुभम गुप्ता के परिजनों को 50 लाख रुपए का चेक देने के दौरान फोटों खींचवाने को लेकर निशाने पर आए योगी सरकार में मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अब सफाई दी। उन्होंने अपनी सफाई में अपना बचाव करते हुए कहा कि शुभम की मां मीडियाकर्मियों …

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के राजौरी मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए शुभम गुप्ता के परिजनों को 50 लाख रुपए का चेक देने के दौरान फोटों खींचवाने को लेकर निशाने पर आए योगी सरकार में मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अब सफाई दी। उन्होंने अपनी सफाई में अपना बचाव करते हुए कहा कि शुभम की मां मीडियाकर्मियों को कह रही थीं कि मेहरबानी करके यहां किसी भी प्रकार की प्रदर्शनी मत लगाइए, लेकिन कांग्रेस के एक नेता वीडियो को इस तरह से प्रचारित करवाया जैसे कि वो मुझे ही कह रही हों कि यहां आप प्रदर्शनी मत लगवाइए और वह वीडियो भी काफी प्रचारित हुआ, जिसकी वजह से मुझे लोगों के निशाने पर आना पड़ा। इसके बाद सभी विपक्षी दलों ने मिलकर मेरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं था।

दरअसल, मैं तो योगी सरकार की अनुशंसा पर शुभम गुप्ता के परिजनों से मिलने गया था। उन्हें इस मुश्किल वक्त में सांत्वना दी। उन्हें ढांढस बंधाया। इस परिवार से मेरे पुराने संबंध रहे हैं। यहां तक मैंने शुभम को अपनी गोद में खिलाया था। उसे मैंने बड़े होते हुए देखा था। वो तो मेरे बच्चे जैसा था। इस बीच जैसे ही मुझे उसकी शहादत की खबर मिली थी, तो मैं योगी सरकार की अनुशंसा के बाद यहां फौरन पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंच गया, लेकिन शायद कुछ लोगों को यह रास नहीं आया और इन लोगों ने इस पूरे मुद्दे को राजनीतिक दुष्प्रचार के रूप में प्रचारित किया।

इतना ही नहीं, इस दौरान मैंने शुभम के पिताजी से भी बात की और मैंने उन्हें विश्वास दिलाया कि आगामी दिनों में शुभन के नाम का सड़क बनवाया जाएगा। कई इलाकों का नाम भी शुभम के नाम से किया जाएगा। इसके लिए मैंने शुभन के पिता से कहा कि आप मुझे कोई भी नाम सुझा सकते हैं। उस हिसाब से हम आगामी दिनों में कार्रवाई का सिलसिला शुरू करेंगे।

बता दें कि बीते दिनों राजौरी में सेना और आतंकवादियों के बीच दो दिनी तक मुठभेड़ हुई, जिमसें सेना के पांच जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। इसके अलावा कई आतंकवादी भी ढेर हो गए। मुठभेड़ के दौरान सेना के हाथ कई ऐसे सबूत लगे हैं, जिससे साफ जाहिर होता है कि यह सबकुछ पाकिस्तान के इशारों पर किया जा रहा है, लेकिन अभी तक इस संदर्भ में पाकिस्तान की ओर से कोई भी बयान सामने नहीं आया है, मगर आपको बता दें कि बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बयान जारी कर पाकिस्तान की सरपस्ती में पल रहे आतंकवादियों के सफाए के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई गई थी। बहरहाल, अब आगामी दिनों में सेना की ओर से आतंकवादियों के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबर से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम