नई दिल्ली। यूपी सरकार सभी मजदूरों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रही है। योगी आदित्यनाथ सरकार की कोशिश से अब यूपी के अलावा दूसरे प्रदेशों में भी प्रवासी और दिहाड़ी मजदूरों को खाद्यान्न मिलेगा। इस नई व्यवस्था के तहत भारत के किसी दूसरे प्रदेश में भी यूपी का राशन कार्ड नंबर बताने तुरंत खाद्यान्न उपलब्ध होगा।
इसी तरह दूसरे प्रदेश का व्यक्ति भी यूपी में अपना राशन कार्ड नंबर बताकर खाद्यान्न ले सकेगा। सरकार 1 मई से वन नेशन वन कार्ड योजना लागू कर रही है। इसके पीछे का मकसद यह है कि यूपी के व्यक्ति को किसी भी प्रदेश में खाद्यान्न उपलब्ध हो सके। राष्ट्रीय राशन पोर्टिबिलिटी के तहत भारत भर में यूपी के जरूरतमंदों को खाद्यान्न दिया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने इस सिलसिले में पहले भी कई कदम उठाए हैं। उन्होंने लखनऊ में हुई टीम 11 की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया था कि अगर प्रदेश में मौजूद किसी भी शख्स के पास राशन कार्ड या आधार कार्ड नहीं भी है तो भी उसे जरूरत के अनुसार राशन उपलब्ध कराया जाए। इसके अलावा अगर प्रदेश में मौजूद कोई भी जरूरतमंद शख्स बाहर का भी नागरिक है तो उसे जरूरी राशन और खाने का सामान दिया जाए। साथ-साथ ये भी सुनिश्चित हो कि प्रदेश में कोई भी भूखा ना सोए।