नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मास्टर स्ट्रोक खेला है। दरअसल रविवार को योगी सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल, योगी सरकार ने गन्ना किसानों के हित के ध्येय से गन्ने के समर्थन मूल्य को 325 से बढ़ाकर 350 करने का फैसला किया है। इससे गन्ना किसानों की आय में 8 फीसद की वृद्धि होगी। प्रदेश के किसानों का आर्थिक जीवन सशक्त होगा। इससे पहले भी कई मौकों पर प्रदेश सरकार की तरफ से गन्ना किसानों के हित में कई ऐलान किए गए हैं, जिसे फिलहाल जमीन पर उतारने की प्रक्रिया जारी है। वहीं, सीएम योगी ने पूर्व की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2007 से लेकर 2017 तक गन्ना किसानों का भुगतान नहीं किया गया, लेकिन 2017 के बाद गन्ना किसानों का सारा भुगतान समय पर किया गया, ताकि उन्हें कभी आर्थिक दुश्वारियों से न गुजरना पड़े।
UP govt has decided to increase MSP for sugarcane from Rs 325/quintal to Rs 350/quintal. This’ll provide 8% additional income to farmers…We’ve intensified the process of withdrawing cases lodged against farmers: CM Yogi Adityanath in Lucknow pic.twitter.com/HtXBe5yPjX
— ANI UP (@ANINewsUP) September 26, 2021
किसानों के खिलाफ दर्ज हुए एफआईआर लिए गए वापस
इतना ही नहीं, योगी आदित्यनाथ ने अपने ऐलान में कहा कि पराली जलाने के विरोध में किसानों के खिलाफ दर्ज हुए एफआईआर वापस लिए गए। हम नहीं चाहते हैं कि हमारे किसान भाइयों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़े।
शायद राकेश टिकैत खुश नहीं होंगे
बेशक, प्रदेश के किसान एक पल के लिए सरकार के इस ऐलान खुश हो गए हों, लेकिन पिछले 10 माह से दिल्ली की सीमा पर किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे राकेश टिकैत शायद सीएम योगी के इस ऐलान से खुश नहीं होंगे, क्योंकि टिकैत ने बीते दिनों यूपी सरकार से गन्ना का समर्थन मूल्य 425 करने की मांग की थी, लेकिन आज जब योगी सरकार ने अपने ऐलान में गन्ना का समर्थन मूल्य 350 रूपए करने की बात कही तो ऐसे में राकेश टिकैत का अगला कदम क्या होता है। यह देखना दिलचस्प होगा।
यहां उनके अगले कदम पर बात करना इसलिए जरूरी है, क्योंकि राकेश टिकैत ने अपने बयान में साफ कह दिया था कि अगर गन्ना का समर्थन मूल्य 425 रूपए नहीं किया गया तो हम केंद्र की तरह यूपी सरकार के खिलाफ भी मोर्चा खोल देंगे। ऐसे में अब जब योगी सरकार अपना रूख स्पष्ट कर चुकी है, तो राकेश टिकैत का अगला कदम क्या होता है? यकीनन, यह देखना काफी दिलचस्प होगा। राकेश टिकैत ने अपने बयान में साफ कह दिया था कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव में योगी सरकार ने अपने घोषणापत्र में गन्ना का समर्थन मूल्य 370 रूपए करने का वादा किया था, लेकिन शासन के चार बीत जाने के बाद आज तक योगी सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाए और अब जब महंगाई अपने चरम पर पहुंच चुकी है, तो हम 425 रूपए से कम समर्थन मूल्य बिल्कुल भी नहीं मानने वाले हैं।